Parliament Session: लोकसभा चुनाव खत्म होने और सरकार गठन के बाद 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है. कल सुबह 11 बजे से लोकसभा की कार्यवाही शुरू होगी. नवनिर्वाचित सांसदों को प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब शपथ दिलाएंगे. दस दिन के इस सत्र में पहले दो दिन यानी 24 और 25 जून को नए सांसदों को शपथ दिलाया जाएगा. 26 जून को नए अध्यक्ष का चुनाव होना है.
24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा पहला सत्र
बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा. इस सत्र में नव निर्वाचित लोकसभा सदस्यों का शपथ ग्रहण, स्पीकर का चुनाव, माननीय राष्ट्रपति का संबोधन और उस पर चर्चा शामिल होगी. यदि बात राजयसभा की करे तो राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होकर 3 जुलाई तक चलेगा. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता विपक्ष दोनों को बोलने का अवसर मिलेगा. यही पहली चर्चा स्पष्ट कर देगी कि सदन में विपक्ष का रवैया कैसा रहेगा. वह सृजनात्मक चर्चा करेगा या फिर हंगामे और शोर-शराबे के बीच सदन की कार्यवाही को बाधित करने का प्रयत्न करेगा.
विपक्ष की स्थिति मजबूत
इस बार के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की स्थिति काफी मजबूत हुई है. लोकसभा चुनाव के परिणाम ने स्पष्ट कर दिया है कि संसद में विपक्ष की उपस्थिति प्रभावी रहने वाली है. सदन में एक तरफ एनडीए के 292 सांसद होंगे, वहीं इंडी गठबंधन के 233 सांसद मौजूद रहेंगे. अब सबकी नजर विपक्ष के नेता पर है और यह देखना रोचक होगा कि कांग्रेस किसे अपना नेता बनाती है.
प्रोटेम स्पीकर के पद को लेकर भी दिख रही तकरार
नई लोकसभा के पहले सत्र की शुरूआत से ही पार्टियों के बीच तनातनी देखने को मिल रही है. एनडीए सरकार और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के बीच ‘प्रोटेम स्पीकर’ के मुद्दे पर तकरार तेज हो गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी के नेता और सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का ‘प्रोटेम स्पीकर’ नियुक्त किया है. इन्हें निचले सदन के नव-निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने और अध्यक्ष के चुनाव तक कर्तव्य निवर्हन का काम सौंपा गया है. इसके साथ ही राष्ट्रपति ने लोकसभा के पांच वरिष्ठ सदस्यों -के सुरेश, टी आर बालू , राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंदोपाध्याय को भी नामित किया था. ये सदस्य 24 जून से शुरू हो रहे लोकसभा सत्र के पहले तीन दिन में होने वाली प्रक्रिया में महताब की सहायता करेंगे. इस मामले पर कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार ने प्रक्रियाओं और परंपराओं का उल्लंघन किया है और आठ बार के सांसद सुरेश के ‘प्रोटेम स्पीकर’ के पद पर दावे की अनदेखी की है.