बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष का महाजुटान शुक्रवार को हुआ जिसके बाद सभी नेताओं ने संयुक्त बयान जारी किया. विपक्षी दलों की बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि काफी अच्छी मुलाकात हुई, एक साथ चलने पर सहमति हुई. बैठक के बाद कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर से मिल रहे हैं जिसमें हम एक सामान्य एजेंडा तैयार करेंगे. हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा.
कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और संघ यानी RSS हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण करने में जुटी हुई है. यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे. यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश की एकता, अखंडता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए हैं। इसके आगे हमारे प्रजातंत्र पर आघात करेगा उसका हम सब मिलकर विरोध करेंगे. जो भी देश में तानाशाही लाना चाहेगा उसके ख़िलाफ़ हम एक साथ रहेंगे. शुरूआत अच्छी रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम एक हैं, हम मिलकर लड़ेंगे. बिहार जन आंदोलनों की भूमि रही है और एक बार फिर इस राज्य से इतिहास बनाने की शुरुआत हुई है. अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘तानाशाही’ सरकार फिर से चुनकर आ जाएगी, तो देश में अगला चुनाव नहीं होगा, ऐसा कुछ लोग कहते हैं.
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-नीतीश कुमार ने कहा कि जल्द ही एक और बैठक होगी, जिसमें आगे की चीजें तय की जाएंगी, खरगे जी यह बैठक आयोजित करेंगे.
-कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि विपक्षी दलों की अगली बैठक जुलाई में शिमला में होगी.
-विपक्षी दलों की बैठक के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारी कोशिश यह करेगी कि हम गांधी के मुल्क को ‘गोडसे का मुल्क’ नहीं बनने देंगे.