PM Modi Kachchh: दिवाली के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एकता नगर से कच्छ के कोटेश्वर पहुंचने के बाद सर क्रीक इलाके में लक्की नाला पहुंचे. वहां उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाकर दीपावली मनाई. इससे पहले, प्रधानमंत्री ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर एकता नगर में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित की.
नेवी के रहते आंख उठाने की हिम्मत नहीं
कच्छ में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा- नेवी के रहते किसी में आंख उठाने की हिम्मत नहीं है. उन्होंने आगे कहा, हम देश की रक्षा के लिए अपनी सेना की ताकत में विश्वास करते हैं. भारत के लोगों को लगता है कि उनका देश आपकी वजह से सुरक्षित है. पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, भारत अपनी सीमा के एक इंच पर भी समझौता नहीं कर सकता, इसलिए हमारी नीतियां हमारे सशस्त्र बलों के संकल्प के साथ जुड़ी हुई हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, जब दुनिया आपको देखती है, तो वह भारत की ताकत देखती है, जब दुश्मन आपको देखते हैं, तो उन्हें अपने नापाक मंसूबों का अंत दिखायी देता है.
भारत अपनी सीमा के एक इंच पर भी समझौता नहीं कर सकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जवानों के साथ दिवाली का त्योहार मनाने का अवसर मिलना सबसे बड़ी खुशी है. मैं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने आगे कहा, मेरी इन शुभकामनाओं में आपके प्रति 140 करोड़ देशवासियों का कृतज्ञ भाव भी शामिल है और उनका आभार भी शामिल है. मातृभूमि की सेवा का ये अवसर बड़े सौभाग्य से मिलता है. ये सेवा आसान नहीं है. ये मातृभूमि को सर्वस्व मानने वालों की साधना है. ये मां भारती के लाडलों और लाडलियों की तप और तपस्या है. पीएम मोदी ने कहा, आज देश में एक ऐसी सरकार है जो देश की सीमा के एक इंच से भी समझौता नहीं कर सकती है. इसलिए आज जब हमें ये जिम्मेदारी मिली है, तो हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से बनती हैं. हम दुश्मन की बातों पर नहीं, हमारी सेनाओं के संकल्पों पर भरोसा करते हैं.
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थलसेना, वायुसेना और नौसेना को एक साथ देखते हैं तो 111 के रूप में दिखता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हम एक थलसेना, एक वायुसेना और एक नौसेना देखते हैं. लेकिन जब संयुक्त अभ्यास की बात आती है तो हम उसे 111 के रूप में देखते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, इक्कीसवीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, आज हम अपनी सेनाओं को, अपने सुरक्षा बलों को आधुनिक संसाधनों से लैस कर रहे हैं. हम अपनी सेना को दुनिया की सबसे आधुनिक सैन्य ताकतों की श्रेणी में ला रहे हैं. हमारे इन प्रयासों का आधार रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता है.