पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री संग्राहलय का उद्घाटन के बाद अपने भाषण में कहा कि, आने वाली पीढ़ी इतिहास का सच देखेगी. उन्होंने कहा कि, तेजी से बदल रहे भारत की तस्वीर ये संग्रहालय दुनिया को दिखाएगा. पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, देश के हर प्रधानमंत्री ने अपने समय की अलग-अलग चुनौतियों को पार करते हुए बेहतर काम किया है. देश के विकास में हर सरकार का अहम योगदान रहा है.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को दिल्ली के तीन मूर्ति भवन में प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले टिकट भी खरीदा, और संग्रहालय की झलक देखने अंदर भी गए. बता दें, इस संग्रहालय देश के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों के कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा. गौरतलब है कि इससे पहले यह भवन नेहरू संग्रहालय भवन के नाम से जाना जाता था.
कितनी लगी है लागत: प्रधानमंत्री संग्रहालय को बनाने में करीब 271 करोड़ रुपये की लागत आई है. इसे साल 2018 में मंजूरी मिली थी इसके चार साल के भीतर ये बनकर तैयार हो गया. यह संग्रहालय नेहरू म्यूजियम में करीब 10 हजार वर्ग मीटर की जमीन पर बना है. देश के संविधान को भी प्रधानमंत्री संग्रहालय में जगह दी गई है. यह संग्रहालय आजादी के बाद भारत के प्रधानमंत्रियों के जीवन और योगदान को बताएं.
क्यों खास है यह संग्रहालय: प्रधानमंत्री संग्रहालय में सूचनाओं को आसान और रोचक तरीके से पेश करने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया गया है. प्रदर्शनी को खास बनाने के लिए होलोग्राम, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी का इस्तेमाल किया गया है. संग्रहालय को लेकर पीएम मोदी ने बुधवार को एक ट्वीट कर कहा था कि, प्रधानमंत्री संग्रहालय हमारे सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को प्रदर्शित करेगा. यह कार्यक्रम तब हो रहा है जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. मैं सभी से संग्रहालय का दौरा करने का आग्रह करूंगा.
आजाद भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के काम और जरूरी बातों को एक जगह संग्रहित करने के लिए जानकारी जुटाने के लिए दूरदर्शन, फिल्म डिवीजन, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस, विदेश मंत्रालय समेत कई और संस्थानों से जानकारी इकट्ठा की गई. पूर्व पीएम के परिवार से भी जानकारी ली गई. इन सब जानकारियों को यहां पेश किया गया है.