B20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को दिल्ली में B-20 समिट को संबोधित किया. इस समिट में देश-दुनिया के 15 हजार से ज्यादा बिजनेसमैन ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है जबकि कारोबार को मुनाफे से आगे लेकर जाया जाए. उन्होंने कहा कि यह आपूर्ति क्षमता की मजबूती से हासिल हो सकता है. पीएम मोदी ने साल में एक दिन अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ता देखभाल दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास दुनिया का सबसे युवा टैलेंट है. देश डिजिटल क्रांति का चेहरा बना हुआ है.प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हरित ऊर्जा पर विशेष ध्यान दे रहा है. हम हरित हाइड्रोजन में सौर ऊर्जा की सफलता को दोहराने का प्रयास कर रहे हैं.
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि दो-तीन साल पहले हम दुनिया की सबसे बड़ी महामारी के जूझ रहे थे. उन्होंने कहा कि 100 साल में आए सबसे बड़े संकट से हम गुजरे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इस महामारी ने हर देश, समाज, बिजनेस सेक्टर और कॉर्पोरेट इकाई को एक सबक दिया है. सबक यह दिया है कि हमें सबसे ज़्यादा आपसी विश्वास पर निवेश करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अविश्वास के इस माहौल में जो देश पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ा है वो है भारत. पीएम मोदी ने कहा कि कोविड के दौरान भारत ने 150 से ज्यादा देशों को दवाएं मुहैया कराई हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi at the B-20 Business Summit says, "A profitable market can be sustained when there is a balance in the interest of producers & consumers…Treating other countries only as a market will never work. It will harm the producing countries sooner… pic.twitter.com/XdLeZz2SwB
— ANI (@ANI) August 27, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बी-20 बिजनेस समिट में यह भी कहा कि एक लाभदायक बाजार तब कायम रह सकता है जब उत्पादकों और उपभोक्ताओं के हित में संतुलन हो. उन्होंने साल में एक दिन अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ता सेवा दिवस के रूप में मनाने का सुझाव देते हुए कहा है कि उद्योग जगत को उपभोक्ता अधिकारों का जश्न मनाने के बजाय उपभोक्ता केंद्रित बनने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि दूसरे देशों को केवल बाजार के रूप में समझना कभी काम नहीं करेगा. इससे नुकसान होगा. देर-सबेर उत्पादक देश प्रगति में सभी को समान भागीदार बनाना ही आगे बढ़ने का रास्ता है. क्या हम सभी इस बात पर अधिक विचार कर सकते हैं कि व्यवसाय को अधिक उपभोक्ता-केंद्रित कैसे बनाया जाए?.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi at the B-20 Business Summit says, "A profitable market can be sustained when there is a balance in the interest of producers & consumers…Treating other countries only as a market will never work. It will harm the producing countries sooner… pic.twitter.com/XdLeZz2SwB
— ANI (@ANI) August 27, 2023
चंद्रयान-3 के चांद पर पहुंचने के साथ शुरू हो गया त्योहारों का मौसम
पीएम मोदी ने आज यानी रविवार को बी 20 (बिजनेस 20) भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत में त्योहारों का मौसम चंद्रयान-3 के चांद पर पहुंचने के साथ यानी 23 अगस्त को ही शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने टीकों का उत्पादन बढ़ाकर करोड़ों लोगों का जीवन बचाया है. पिछले पांच साल के दौरान करीब 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमने अफ्रीकी संघ को जी 20 का स्थायी सदस्य बनने का न्योता दिया है. बता दें, बी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 25 से 27 अगस्त तक किया गया है. इस शिखर सम्मेलन का विषय आरएआईएसई – जिम्मेदार, त्वरित, अभिनव, दीर्घकालीन और न्यायसंगत कारोबार है. इसमें लगभग 55 देशों के 1500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
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इधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर से आयोजित बी 20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ग्लोबल साउथ उत्पादक बनने के बजाय काफी हद तक केवल उपभोक्ता बनकर रह गया है और वह आर्थिक बदलाव का पूरा लाभ नहीं उठा सका. उन्होंने कहा कि उन्हें ग्लोबल साउथ को आर्थिक परिवर्तन का पूरा लाभ नहीं मिल रहा और वे अपारदर्शी पहलों के कारण अव्यवहार्य ऋणों से आमतौर पर घिर जाते हैं. यह संकट धीरे-धीरे सामने आ रहा था, लेकिन ऋण, कोविड-19 और संघर्ष के कई झटकों ने इसकी गति को तेज कर दिया. जयशंकर ने उभरते विश्व 2.0 में ग्लोबल साउथ की भूमिका पर आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इसके परिणामस्वरूप अब पहले से अधिक विविध, अधिक लोकतांत्रिक पुन: वैश्वीकरण को हासिल करने की कोशिश की जा रही है, जहां केवल उपभोक्ता ही नहीं, बल्कि उत्पादन के कई केंद्र होंगे. ऐसे में कारोबार अहम अंतर ला सकता है.
भाषा इनपुट के साथ