मिस्र की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को काहिरा के अल-हकीम मस्जिद का दौरा किया. जो दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से बहाल की गई 11वीं सदी का मस्जिद है. मस्जिद का निर्माण फातिमिद वंश के शासन के दौरान किया गया था. भारत में बोहरा समुदाय वास्तव में फातिमिद वंश से उत्पन्न हुआ था और उन्होंने 1970 के दशक से मस्जिद का नवीकरण कराया.
पीएम मोदी ने हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव सीमेट्री का भी किया दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र दौरे के दूसरे दिन अल-हकीम मस्जिद पहुंचे, उसके वहां से हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव सीमेट्री का दौरा किया. जो एक पवित्र स्थल है और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र तथा फलस्तीन में सेवा करने वाले एवं शहीद हुए भारतीय सेना के लगभग 3,799 सैनिकों की याद में बनाया गया स्मारक है.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi visits Al-Hakim Mosque in Cairo, Egypt pic.twitter.com/lziLcHrXVz
— ANI (@ANI) June 25, 2023
26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली मिस्र यात्रा है
नरेंद्र मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा कर रहे हैं. पिछले 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिस्र की यह पहली यात्रा है. इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति अल-सिसी भारत यात्रा पर आए थे. उनके दौरे के छह महीने के भीतर प्रधानमंत्री की मिस्र की यात्रा हो रही है. अल-सिसी का सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा करने का कार्यक्रम है जहां मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है.
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Prime Minister Narendra Modi visits Heliopolis War Cemetery in Egypt's Cairo and pays tribute to Indian soldiers who made supreme sacrifices during the First World War. pic.twitter.com/YRmCUtLGGd
— ANI (@ANI) June 25, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के मुफ्ती-ए-आजम से मुलाकात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के मुफ्ती-ए-आजम डॉ शॉकी इब्राहिम अब्देल-करीम अल्लाम से सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देने और अतिवाद एवं कट्टरता के मुकाबले से संबंधित मुद्दों समेत भारत-मिस्र संबंधों पर चर्चा की. मिस्र की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने अल्लाम को अवगत कराया कि भारत मिस्र के सामाजिक न्याय मंत्रालय के अंतर्गत इस्लामिक विधिक अनुसंधान के लिए मिस्र की परामर्श संस्था ‘दार-अल-इफ्तार’ में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) में उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) की स्थापना करेगा. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, मिस्र के मुफ्ती-ए-आजम डॉ शॉकी इब्राहिम अल्लाम से मिलने का सौभाग्य मिला. हमने भारत और मिस्र के बीच संबंध विशेषकर सांस्कृतिक एवं लोगों से लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा की.
कौन हैं डॉ शॉकी इब्राहिम अल्लाम
गौरतलब है कि अल्लाम 2013 में मिस्र के पहले निर्वाचित मुफ्ती-ए-आजम बने. वह दुनियाभर में 100 फतवा प्राधिकारों के बीच समन्वय के लिए बनाए गए साझा संगठन फतवा अथॉरिटीज वर्ल्डवाइड के सुप्रीम काउंसिल ऑफ द जनरल सेक्रेटेरिएट के अध्यक्ष का पद संभालते हैं.