नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को चुनावी राज्य त्रिपुरा और मेघालय का दौरा करेंगे. वह इन दोनों राज्यों में करीब 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उनका शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इन परियोजनाओं में आवास, सड़क, कृषि, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), पर्यटन और आतिथ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों की परियोजनाएं शामिल हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शनिवार को जारी किए गए बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर-पूर्व परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में भी हिस्सा लेंगे और शिलॉन्ग में इसकी बैठक में शिरकत करेंगे. इसके अलावा, अगरतला में ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी और ग्रामीण’ के तहत दो लाख से अधिक लाभार्थियों के लिए ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि एक सार्वजनिक समारोह में मोदी 2,450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. क्षेत्र में टेलीकॉम कनेक्टिविटी को और बेहतर करने के एक कदम के रूप में प्रधानमंत्री देश को 4जी टावर समर्पित करेंगे, जिनमें से 320 से अधिक का काम पूरा हो गया है और करीब 890 निर्माणाधीन हैं. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में चार सड़क परियोजनाओं सहित कई अन्य विकास पहलों की शुरुआत करेंगे. साथ ही, वह उमसावली में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलॉन्ग का उद्घाटन करेंगे.
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री मेघालय में मशरूम विकास केंद्र में एक ‘स्पॉन प्रयोगशाला’ और एक एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा, वह मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का भी उद्घाटन करेंगे. त्रिपुरा में मोदी 4,350 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का आरंभ करेंगे.
पीएमओ ने कहा कि मोदी ने यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है कि हर किसी के पास अपना घर हो. इस दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए वह ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित इन घरों को दो लाख से ज्यादा लाभार्थियों को दिया जाएगा.
सड़क संपर्क में सुधार पर ध्यान देने के साथ प्रधानमंत्री अगरतला बाईपास (खैरपुर-अमतली) राष्ट्रीय राजमार्ग-8 के चौड़ीकरण के लिए एक परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जो अगरतला शहर में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगा. वह पीएमजीएसवाई तीन (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत 230 किलोमीटर से अधिक लंबाई की 32 सड़कों की आधारशिला रखेंगे और 540 किलोमीटर से अधिक की दूरी को कवर करने वाली 112 सड़कों में सुधार संबंधी परियोजना की शुरुआत करेंगे.
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प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उत्तर-पूर्व परिषद (एनईसी) का औपचारिक रूप से उद्घाटन सात नवंबर 1972 को हुआ था और इसने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और विकास पहलों का समर्थन करके क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पीएमओ ने कहा कि एनईसी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, जल संसाधन, कृषि, पर्यटन और उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में मूल्यवान पूंजी और सामाजिक बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद की है.