नयी दिल्ली : पीएम मोदी ने लॉकडाउन के बीच देश के नाम अपने तीसरे संबोधन में 20 लाख करोड़ रूपये की आर्थिक पैकेज की घोषणा की. पीएम ने संबोधन में में कहा कि एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत लेकर आयी है, एक संदेश लेकर आयी है और एक अवसर लेकर आयी है.
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि इस आपदा से लड़ने के आत्मनिर्भर भारत बनाना होगा. उन्होंने आगे कहा कि आत्मनिर्भर भारत ये भव्य इमारत पाँच पिलर पर खड़ी होगी. आइये जानते हैं इन पांचों पिलर के बारे में.
अर्थव्यवस्था- पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के पांच पिलर में सबसे पहला पिलर अर्थव्यवस्था को बताया है. देश को पटरी पर लाने के लिए अर्थव्यवस्था की सबसे अधिक जरूरत है. पीएम ने कहा कि भारत में एक ऐसी अर्थव्यवस्था विकसित करनी है, जो वृद्धिशील परीवर्तन के बजाय लंबी छलांग लगाये.
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इंफ्रास्ट्रक्चर– पीएम ने देश को आत्मनिर्भर बनाने में इन्फ्रास्ट्रक्चर को दूसरा फिल्म बताया है. पीएम ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की आवश्यकता सबसे अधिक है. भारत तभी आत्मनिर्भर रह सकता है, जब वो ढांचागत विकास करें. उन्होंने कहा कि ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर भारत बनाना है जो आधुनिक भारत की पहचान बनें.
सिस्टम- देश को आत्मनिर्भर बनाने में सिस्टम सबसे जरूरी है पीएम ने कहा कि सिस्टम को ठीक करना होगा. उन्होंने भाषण के जरिए संकेत दिया कि अब पुराने ढर्रे वाला सिस्टम नहीं चलेगा.
डेमोग्राफी- पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी में हमारी वाइब्रेंट डेमोग्राफी हमारी ताकत है. उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है.
डिमांड- पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पांचवां पिलर डिमांड को बताया. उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है. जो हमारी ताकत है. उन्होंने कहा कि उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है.