किसानों के प्रदर्शन पर पॉप गायिका रिहाना सहित विदेशों की मशहूर हस्तियों एवं अन्य लोगों की टिप्पणियों पर गृह मंत्री अमित शाह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले में ट्वीट किया और कहा, कोई भी प्रोपेगैंडा भारत की एकता को नहीं तोड़ सकता है.
शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को नहीं डिगा सकता है! कोई भी दुष्प्रचार भारत को नयी ऊंचाइयों को प्राप्त करने से नहीं रोक सकता है! प्रोपेगैंडा भारत के भाग्य का फैसला नहीं कर सकता है. भारत एकजुट है और प्रगति हासिल करने के लिए एकजुट है.
दरअसल पॉप स्टार रिहाना के साथ जे शॉन, डॉ ज्यूस और वयस्क फिल्मों में काम कर चुकी पूर्व अभिनेत्री मिया खलीफा समेत कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ट्वीट किया. रिहाना ने लिखा था, हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हैशटैग किसान विरोध.
इसके बाद स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी वही लेख साझा करते हुए लिखा, हम भारत में किसान आंदोलन के साथ एकजुटता में खड़े हैं. युगांडा की पर्यावरण कार्यकर्ता वेनेसा नकाते ने एक पोस्ट लिखी, आइये हम इस बारे में बात करें कि भारत में इस समय क्या हो रहा है. किसान आंदोलन.
No propaganda can deter India’s unity! No propaganda can stop India to attain new heights! Propaganda can not decide India’s fate only ‘Progress’ can. India stands united and together to achieve progress: Union Home Minister Amit Shah
(File photo) pic.twitter.com/yNcYUpHiEI
— ANI (@ANI) February 3, 2021
गृह मंत्रालय ने भी विदेशी हस्तियों की टिप्पणी पर जताया विरोध, दे दिया कड़ा संदेश
इससे पहले गृह मंत्रालय ने भी भारत के मसले पर ट्वीट करने पर कड़ा संदेश दिया. गृह मंत्रालय ने कहा, प्रदर्शन के बारे में जल्दबाजी में टिप्पणी से पहले तथ्यों की जांच-परख की जानी चाहिए और सोशल मीडिया पर हैशटैग तथा सनसनीखेज टिप्पणियों की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है.
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मंत्रालय ने कहा है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं. मंत्रालय ने कहा, हम अनुरोध करेंगे कि ऐसे मामलों में जल्दबाजी में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों की पड़ताल की जाए और मुद्दों पर यथोचित समझ विकसित की जाए.
Posted By – Arbind kumar mishra