Prashant bhushan case : प्रशांत भूषण के ऊपर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे अवमानना के मामले में अब कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने समर्थन दिया है. सिब्बल ने कहा कि अवमानना का उपयोग आजकल हथौड़े के रूप में किया जा रहा है. सिब्बल ने आगे सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बड़े मुद्दे पर दांव लगा हो तो, अवमानना का कार्य शुरू हो जाता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रशांत भूषण. अवमानना की शक्ति का प्रयोग आज एक हथौड़े की तरह किया जा रहा है. जब भी संविधान और कानूनों की रक्षा करने की आवश्यकता सबसे अधिक होती है, तो उस समय न्यायालय असहाय क्यों होते हैं, दोनों के लिए समान तरीके से “अवमानना” दिखाते हैं. बड़े मुद्दे दांव पर लगे हैं. इतिहास हमें खारिज करने के लिए कोर्ट का मूल्यांकन करेगा.’
दया की भीख नहीं मांगूंंगा- वहीं सीनियर एडवोकेट प्रशांत भूषण नेकहा कि ‘मैं दया की भीख नहीं मांगूंगा, मैं उदारता दिखाने की अपील भी नहीं करूंगा. अदालत जो सजा देगी उसे खुशी-खुशी स्वीकार कर लूंगा. प्रशांत भूषण ने कहा कि वह दो-तीन दिन में अपने वकीलों से परामर्श लेंगे और उच्चतम न्यायालय की सलाह पर विचार करेंगे.’
अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट से राहत देने की बात कही – वहीं इस मामले में अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने न्यायालय से अनुरोध किया था कि अवमानना मामले में प्रशांत भूषण को कोई सजा नहीं सुनाई जाए, वेणुगोपाल ने पक्ष रखते हुए कहा था कि उन्हें पहले ही दोषी ठहराया जा चुका है. इसपर न्यायालय ने कहा कि वह अटॉर्नी जनरल के अनुरोध पर तब तक विचार नहीं कर सकते जब तक प्रशांत भूषण ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगने के अपने पहले के रुख पर पुन: विचार नहीं कर लेते.
Posted By : Avinish Kumar Mishra