नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के लिए 15 जून से जारी नामांकन प्रक्रिया के तहत अब तक करीब 15 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है. इनमें से तीन का पर्चा उचित दस्तावेजों के अभाव में खारिज कर दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 15 जून को शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन 11 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया. इसके दूसरे दिन तीन लोगों ने और एक ने प्रत्याशी ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया. पहले दिन के नामांकन में एक और दो नामांकन पत्र दो दिनों की प्रक्रिया के दौरान खारिज कर दिए गए.
रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा. नामांकन प्रक्रिया 15 जून से शुरू हुई और 29 जून नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख है. नामांकन पत्रों की जांच 30 जून को की जाएगी. सूत्रों ने कहा कि मुंबई के संजय सावजी देशपांडे ने शीर्ष संवैधानिक पद के लिए शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया. गुरुवार को ग्वालियर के आनंद सिंह कुशवाह, अहमदाबाद के प्रटेल सुरेशचंद्र लालजीभाई और बिहार के दरभंगा के सत्य नारायण प्रसाद ने नामांकन दाखिल किया, जिनमें से दो नामंजूर हो गए.
संसदीय सूत्रों ने कहा कि बिहार के सारण से लालू प्रसाद यादव नाम का एक व्यक्ति नामांकन दाखिल करने वालों में शामिल है. उम्मीदवारों में से एक का नामांकन खारिज कर दिया गया, क्योंकि उस व्यक्ति ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए वर्तमान मतदाता सूची में अपना नाम दिखाने वाली प्रविष्टि की प्रमाणित प्रति संलग्न नहीं की थी, जिसमें उम्मीदवार एक मतदाता के रूप में पंजीकृत है.
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बता दें कि बुधवार को नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से थे. चुनाव के लिए उम्मीदवार का नामांकन पत्र निर्धारित प्रारूप में बना होना चाहिए और प्रस्तावक के रूप में कम से कम 50 निर्वाचकों और समर्थक के रूप में कम से कम 50 निर्वाचकों का समर्थन होना चाहिए. सुरक्षा राशि के तौर पर 15,000 रुपये भी जमा किए जाते हैं.