Digital India Award: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार यानी सात जनवरी को प्रतिष्ठित डिजिटल इंडिया पुरस्कार देंगी. सरकार ने देश में डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की है. डिजिटल इंडिया पुरस्कार (डीआईए) सरकारी संस्थाओं को अभिनव डिजिटल पहलों के लिए दिए जाते हैं. डीआईए 2022 का मकसद न केवल सरकारी संस्थाओं बल्कि स्टार्टअप और जमीनी स्तर की डिजिटल पहलों को बढ़ावा देना है.
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के यात्रा मार्ग में प्लास्टिक के कचरों को कम करने पर केंद्रित एक अनोखे डिजिटल प्रयोग को डिजिटल इंडिया पुरस्कार मिला है. रूद्रप्रयाग जिला प्रशासन और रिसाइकल नामक एक कंपनी की संयुक्त पहल ‘ डिजिटल डिपोजिट रिफंड सिस्टम’ ने ‘स्टार्टअप’ श्रेणी के तहत डिजिटल पहलों में यह पुरस्कार जीता है. रिसाइकल नामक यह कंपनी पुन:चक्रवर्तनीय वस्तुओं के लिए एशिया की सबसे बड़ी कंपनी है.
इस डिजिटल पहल के तहत पर्यटक एवं श्रद्धालु प्लास्टिक पैकेजिंग वाले उत्पाद खरीदते समय 10 रुपये अतिरिक्त जमा करते थे और जब वे रिसाइकल द्वारा स्थापित डिपोजिट रिफंड केंद्र पर प्लास्टिक बोतलों या इन उत्पादों को जमा करते थे, उन्हें यह पैसा नकद या यूपीआई तरीके से वापस मिल जाता था. रिसाइकल के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभय देशपांडे ने बताया कि इस पहल के चलते 1.63 लाख से अधिक बोतलों को इन हिमालयी खाइयों एवं जलाशयों में जाने से रोका गया तथा साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए काम एवं आय के अतिरिक्त स्रोत भी पैदा हुए.
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एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ”भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सात जनवरी 2023 को यहां विजेताओं को डिजिटल इंडिया पुरस्कार 2022 प्रदान करेंगी.” कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी, संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहेंगे. डीआईए के सातवें संस्करण में नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण, जमीनी स्तर पर डिजिटल पहल, कारोबारी सुगमता के लिए डिजिटल पहल, सामाजिक आर्थिक विकास के लिए आंकड़ा साझाकरण और उपयोग तथा सार्वजनिक डिजिटल मंच जैसी श्रेणियां शामिल हैं.