नयी दिल्ली : रूस के कोरोना वायरस वैक्सीन स्पूतनिक-वी का उत्पादन भारत मे सितंबर में पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है. यह जानकारी रशियन डायरेक्ट इन्वेस्ट फंड (आरडीआईएफ) ने शनिवार को दी. मालूम हो कि अभी स्पूतनिक-वी वैक्सीन का आयात किया जा रहा था. यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई ने दी है.
आरडीआईएफ ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि ”भारत में उत्पादन सितंबर में पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है. आरडीआईएफ को उम्मीद है कि भारत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनासिया बायोटेक जैसी कंपनियों के साथ स्पूतनिक-वी वैक्सीन के लिए एक प्रमुख उत्पादन केंद्र बन जायेगा.”
मालूम हो कि स्पूतनिक-वी वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए स्टेलिस बायोफार्मा, विरचो बायोटेक और मोरपेन लेबोरेटरीज करने के लिए काम कर रही हैं. आरडीआईएफ की योजना भारत में पहले से ही अगस्त माह में स्पूतनिक-वी और स्पूतनिक लाइट की डिलीवरी में तेजी लाने की है.
आरडीआईएफ ने दूसरे घटक बैच के निर्माण में देरी को लेकर कहा कि ”अज्ञात स्रोतों के आधार पर भारत में स्पूतनिक-वी सेकेंड कंपोनेंट प्रोडक्शन में देरी के बारे में रिपोर्ट गलत है. भारत में कई आरडीआईएफ भागीदारों ने पहले ही दूसरे घटक बैचों का उत्पादन किया है, जिनका रूस में गमालेया केंद्र में सत्यापन चल रहा है.”
साथ ही कहा कि भारत में भागीदारों को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण भी प्रक्रिया में है. रूसी और भारतीय वैक्सीन उत्पादन विशेषज्ञों के बीच सक्रिय आदान-प्रदान हो रहा है. मालूम हो कि इससे पहले डॉ रेड्डीज ने कहा था कि रूस में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के कारण, स्पूतनिक-वी खुराक के आने में देरी हो रही है. अगस्त के अंत तक स्थिति कम होने की संभावना जतायी है.
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