Prophet comment Case: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पैगंबर टिप्पणी मामले में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणियों के कारण देश को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी. वहीं अरब देशों ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत पर ”माफी मांगने का दबाव डाला”.
उद्धव ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ महंगाई बढ़ रही है और (डॉलर के मुकाबले) रुपया कमजोर होता जा रहा है, वहीं, दूसरी तरफ मस्जिद में शिवलिंग ढूंढने की चिंता है. उन्होंने हाल में कश्मीर में हिंदुओं की लक्षित हत्या की घटनाओं को लेकर केंद्र पर हमला बोला और कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के जरिये महाविकास आघाड़ी गठबंधन के नेताओं को प्रताड़ित करने के बजाय वहां (कश्मीर में) छापेमारी की जानी चाहिए.
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणियों पर ठाकरे ने कहा, ”पश्चिम एशिया और अरब देशों ने हमारे देश को घुटनों पर ला दिया और माफी मांगने का दबाव डाला. इसके कारण क्या थे? भारत को माफी मांगनी पड़ी. देश ने क्या किया था? अपराध, भाजपा और उसके प्रवक्ताओं ने किया है.”
ठाकरे ने कहा, ‘‘भाजपा प्रवक्ता या भाजपा की ओर से बोले गए शब्द, किसी भी मुद्दे पर भारत का रुख नहीं हो सकते. भाजपा प्रवक्ता की ओर से उपयोग किए गए शब्दों (पैगंबर मोहम्मद) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब की. इससे भाजपा की नहीं बल्कि मेरे देश की छवि खराब हुई.” ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि क्या उन्हें भाजपा से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद थी, जैसा आज देखने को मिल रहा है.”
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण के दौरान हिंदुत्व से लेकर महंगाई और भाजपा प्रवक्ताओं के विवादित बयानों को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. ठाकरे ने रैली के दौरान कहा, ”महंगाई बढ़ रही है और (डॉलर के मुकाबले) रुपया कमजोर होता जा रहा है, लेकिन हमारी चिंता ये है कि किस मस्जिद के नीचे शिवलिंग है, ताजमहल के नीचे क्या है, ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर क्या है?”
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने ठाकरे के औरंगाबाद में दिए गए भाषण को कटाक्ष पूर्ण और बिना ठोस आधार वाला करार दिया. फडणवीस ने ठाकरे का नाम लिए बिना ट्वीट किया, ‘‘उन लोगों को देखना विरोधाभासी है जो दूसरों को ज्ञान देते हैं, लेकिन जब निर्णय लेने की बात आती है तो स्वयं इसका पालन नहीं करते हैं. महाराष्ट्र में ईंधन की कीमतों में कोई कमी नहीं हुई है.” भाजपा नेता ने कहा, ”किसानों से फसल के नुकसान के लिए भारी मुआवजा देने का वादा किया गया था, लेकिन अब उसे भुलाया जा चुका है”.