कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन में दिये बयान पर देश में बवाल मचा है. बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही बीते पांच दिनों से बाधित हैं. लोकसभा और राज्यसभा खुल तो रहे हैं लेकिन उसमें कार्यवाही नहीं हो रही है. भारी शोर शराबा के बाद सदन में सिर्फ हंगामा हो रहा है. बीजेपी लगातार राहुल गांधी से उनके बयान के लिए माफी मांगने पर अड़ी है, तो कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि राहुल माफी नहीं मांगेंगे. इन सबके बीच बड़ी खबर आ रही है कि राहुल गांधी ने अपने लंदन वाले बयान पर सफाई दी है.
राहुल ने अपने बयान पर दी सफाई: आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय की कंस्लटेटिव कमेटी में राहुल गांधी ने अपनी लंदन यात्रा के दौरान दिए बयानों पर सफाई दी है. राहुल ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने सिर्फ लोकतंत्र के हालात पर सवाल उठाये हैं. कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक में राहुल गांधी ने कहा, मैं किसी भी देश से हस्तक्षेप करने के लिए नहीं कहा था. मैंने कहा था कि यह आंतरिक मामला है, जिसका हल हम निकाल लेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को विदेश मंत्रालय ने पार्लियामेंट्री कंसल्टेटिव कमेटी की मीटिंग बुलाई थी. बैठक में राहुल गांधी भी शामिल हुए थे, इसी दौरान उन्होंने लंदन वाले बयान पर सफाई दी. राहुल ने कहा कि लंदन में मैंने केवल भारतीय लोकतंत्र का मुद्दा उठाया और इसके लिए उन्हें एंटी नेशनल नहीं कहा जा सकता है. हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक राहुल को बीच में विदेश मंत्रा एस जयशंकर प्रसाद ने टोकते हुए कहा कि यहां सिर्फ मुद्दे की बात होनी चाहिए, कोई राजनीतिक बात नहीं.
गौरतलब है कि राहुल गांधी लंदन में लोकतंत्र पर सवाल उठाए थे. उन्होंने लंदन में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है. वहीं, उन्होंने चीन को लेकर भी भारत सरकार के खिलाफ बोला था कि चीन की सेना बॉर्डर के पास क्या कर रही है. लंदन में राहुल ने अपने फोन पर कहा था कि उन्हें अधिकारियों ने सलाह दी थी कि मैं फोन पर सावधानी से बात करूं. क्योंकि उनके फोन पर पेगासस था.