Rahul Gandhi: वायनाड की सीट से राहुल गांधी सांसद हैं और राय बरेली की सीट से भी वो सांसद है. ऐसे में उन्होंने वायनाड की सीट से इस्तीफा देने का फैसला किया है. राहुल गांधी के इस फैसले से बीजेपी समेत सीपीआई ने उन पर हमला किया है. सीपीआई नेता और वायनाड सीट से प्रत्याशी रहीं एनी राजा ने कहा है कि राहुल गांधी ने वायनाड के लोगों के साथ धोखा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वायनाड की जनता ने राहुल गांधी को भारी मतों से जीत दिलाई और राहुल ने उन्हें ही छोड़ने का फैसला कर लिया है. वहीं बीजेपी भी राहुल गांधी पर हमला कर रही है. बीजेपी प्रियंका गांधी के वायनाड से उपचुनाव लड़ने के फैसले को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्येक कार्य के माध्यम से यह दिखा रही है कि वह एक परिवार की, एक पार्टी की और एक परिवार के लिए पार्टी है.
राहुल गांधी को पहले बताना चाहिए था- एनी राजा
राहुल गांधी के रायबरेली सीट बरकरार रखने और प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर सीपीआई नेता एनी राजा ने हमला किया है. एनी राजा ने कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान भी कहा था कि राजनीतिक नैतिकता बनाए रखें, राहुल गांधी को मतदाताओं को सूचित करना चाहिए था क्योंकि उन्होंने उन्हें भारी बहुमत दिया था और मतदाताओं को सूचित किया जाना चाहिए था कि वह किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे, यह वायनाड के वोटरों के साथ अन्याय है.
राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के फैसले पर बीजेपी ने भी कटाक्ष किया है. वायनाड सीट से प्रियंका गांधी को उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले के बाद बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस परिवारवाद की राजनीति कर रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने और उनकी बहन के वहां से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद आज यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि परिवार की एक कंपनी है. उन्होंने कहा कि उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा में होंगी, खुद राहुल गांधी लोकसभा में एक सीट रायबरेली से और प्रियंका भी दूसरी वायनाड सीट से लोकसभा में होंगी. यह परिवारवाद का प्रतीक है.
वोटरों के साथ विश्वासघात
भाजपा प्रवक्ता पूनावाला ने वायनाड सीट खाली करने के राहुल गांधी के फैसले को निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ विश्वासघात करार दिया. उन्होंने कहा कि इससे यह भी साफ हो जाता है कि गांधी परिवार की राजनीतिक विरासत बेटे के साथ रहेगी. इससे साफ हो जाता है कि बेटे और बेटी के बीच पहले कौन है. पूनावाला ने दावा किया कि गांधी ने रायबरेली सीट इसलिए नहीं छोड़ने का फैसला किया क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वह ऐसा करते हैं तो उपचुनाव में यह सीट भाजपा की झोली में चली जाएगी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी के समर्थन के कारण रायबरेली की सीट जीती है. वहीं बीजेपी नेता अजय आलोक ने वायनाड सीट छोड़ने को लेकर राहुल गांधी पर कटाक्ष किया और दावा किया कि प्रियंका गांधी के लिए इस सीट से जीतना आसान नहीं होगा.
इधर, राहुल गांधी के रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखने और प्रियंका गांधी वाड्रा के वायनाड से चुनाव लड़ने पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में एक ही परिवार के आधा दर्जन लोग सांसद बन गए. अब कांग्रेस आगे बढ़ रही है. वह सिलसिला आगे बढ़ाएं. ये परिवारवादी लोकतंत्र के लिए खतरा हैं. इनकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो सच सामने आ जाएगा कि कैसे इन्होंने विदेशी ताकतों का हथियार बनकर देश में झूठ और दुष्प्रचार के जरिए एक समर्पित सरकार को रोकने की साजिश रची है. अगर ऐसे लोग वायनाड या कहीं और से चुनाव लड़ेंगे तो जनता समझ चुकी है और सबक सिखाएगी.
कांग्रेस की बैठक में राहुल ने वायनाड छोड़ने का लिया फैसला
गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस की बैठक में राहुल गांधी ने रायबरेली की सीट बरकरार रखने और वायनाड की सीट छोड़ने का फैसला किया था. उन्होंने इस दौरान मीडिया बात करते हुए कहा था कि वो भले ही वायनाड की सीट छोड़ रहे हैं लेकिन उनका जुड़ाव यहां से बना रहेगा. यहां उनका आना जाना लगा रहेगा. वहीं प्रियंका के उपचुनाव लड़ने पर राहुल ने कहा कि रायबरेली और वायनाड को दो-दो सांसद मिल रहे हैं. भाषा इनपुट के साथ