नयी दिल्ली : राजस्थान में जारी सियासी संघर्ष के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ ली है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजस्थान के लोगों को कांग्रेस में व्याप्त कुरीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है … वे इसका दोष भाजपा पर मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं.
गौरतलब है इससे पहले वसुंधरा राजे की चुप्पी पर भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि वसुंधरा राजे राजस्थान की गहलोत सरकार को बचाने की कोशिश कर रही हैं. बेनीवाल ने राजे पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने इस मामले में कांग्रेस के कई विधायकों को फोन भी किया. इतना ही नहीं राजस्थान के नागौर से सांसद बेनीवाल ने ‘गहलोत वसुंधरा गठजोड़’ हैशटैग के साथ एक के बाद एक कई ट्वीट किए. इन ट्वीट में उन्होंने लिखा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री गहलोत और वसुंधरा राजे का गठजोड़ जनता के सामने खुलकर आ गया है. दोनों ने मिलकर एक दूसरे के शासन में दोनों के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला.
इधर राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने इस घटनाक्रम को झूठ और फरेब की कथा करार दिया. पार्टी ने कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं (कांग्रेस) के घर में रचा जा रहा था और संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी हम देख रहे हैं. षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, यह उसका मिश्रण है. उन्होंने कहा कि कुछ ऑडियो टेप के माध्यम से आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई तथ्य नहीं है बल्कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था. पात्रा ने सवाल किया कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की जा रही थी और क्या यह आधिकारिक स्तर पर की जा रही थी. क्या मानक प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन हुआ ? क्या फोन टैपिंग इत्यादि की गयी? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इसे लेकर सीबीआई द्वारा तत्काल जांच होनी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि क्या राजस्थान में परोक्ष रूप से आपातकाल नहीं लगाया जा रहा? क्या कांग्रेस सरकार ने स्वयं को विपरीत परिस्थितियों में पाकर अपनी सरकार को येनकेन प्रकारेण बचाने के लिये कानून को ताक पर नहीं रखा ? उन्होंने कहा, भाजपा इस पूरे प्रकरण की सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती है. इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा.
गौरतलब है कि राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच ऑडियो क्लिप सामने आये हैं. इस टेप का हवाला देकर कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार गिराने के लिए खरीद फरोख्त की कोशिश होने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने शुक्रवार को गहलोत सरकार को गिराने की कथित साजिश से जुड़े दो ऑडियो टेप सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और कांग्रेस के एक बागी विधायक को गिरफ्तार करने की मांग की.
Posted By – Arbind kumar mishra