RSS Meeting: स्थापना के शताब्दी वर्ष में प्रवेश के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस (RSS) ने अपने एजेंडे में कई चीजों को रखा है. इनमें सामाजिक कुरीतियों और इंटरनेट के दुष्प्रभाव भी हैं. आरएसएस की 25 नवंबर से शुरू होने वाली दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी परिषद की बैठक पर सबकी नजर बनी हुई है. बैठक को लेकर आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि संघ 2025 में अपने शताब्दी वर्ष से पहले संगठन के विस्तार की अपनी योजना पर भी चर्चा करेगा.
मोहन भागवत ने सोशल मीडिया पर सरकार द्वारा नियंत्रण की आवश्यकता की बात कही
सुनील आंबेकर ने कहा कि विजयादशमी के दिन अपने संबोधन के दौरान सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा समाज की एकता और भ्रम को रोकने सहित जिन विषयों का उल्लेख किया गया था, उन पर चर्चा बैठक के दौरान होनी है. समाज को एकजुट रखने और किसी भी तरह के भ्रम में पड़ने से बचने के लिए जो भी जरूरी चीजें होंगी उसपर विचार-विमर्श किया जाएगा. भागवत ने इस विषय को भी संबोधन में शामिल किया था कि किस प्रकार बच्चों को सोशल मीडिया के जरिये भ्रमित किया जा रहा है. संघ प्रमुख ने ऐसी सामग्री के विपरीत परिणामों की भी चेतावनी दी थी. उन्होंने इस पर सरकार द्वारा नियंत्रण की आवश्यकता की जरूरत बताई थी.
Read Also : विजयादशमी पर RSS मुख्यालय पर मोहन भागवत ने किया शस्त्र पूजन
कुल 393 सदस्य भाग लेंगे आरएसएस की बैठक में
आरएसएस के प्रचार प्रमुख आंबेकर ने कहा कि बैठक के दौरान कई अन्य चीजों पर भी चर्चा की जाएगी. जैसे शांति, सद्भाव और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देना. इस दिशा में जारी प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए प्लान तैयार किया जाएगा. जमीनी स्तर पर आरएसएस का विस्तार कैसे जारी रखा जाए, इस पर बैठक के दौरान विस्तार पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने बताया कि बैठक में सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी सह सरकार्यवाह सहित कुल 393 सदस्य भाग लेने वाले हैं. सभी नेता अपने-अपने प्रांतों में पूरे वर्ष किए गए कार्यों की जानकारी देंगे. साथ ही, आगामी वर्ष के लिए लक्ष्य और योजनाओं की रूपरेखा भी तैयार करेंगे.
(इनपुट पीटीआई)