Rajasthan Government Crisis : राजस्थान में मचे राजनीतिक घमासान ने नया मोड़ ले लिया है. सचिन पायलट खेमे के विधायकों ने स्पीकर के नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. कोर्ट में इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई. सचिन पायलट की ओर हरीश साल्वे ने बहस में हिस्सा लिया और नोटिस को रद्द करने की मांग की और कहा इसे अवैधानिक घोषित किया जाए. उन्होंने कोर्ट में कहा, सदन से बाहर हुई कार्यवाही के लिए विधानसभा अध्यक्ष नोटिस जारी नहीं कर सकते. उन्होंने कोर्ट से नोटिस को तुरंत रद्द करने की मांग की. इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई शुक्रवार तक के लिए टाल दी. बता दें कि सीएम अशोक गहलोत द्वारा व्हिप जारी करने के बावजूद उपस्थित नहीं होने वाले विधायकों को सदस्यता रद्द करने का नोटिस स्पीकर द्वारा भेजा गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार नोटिस की अवधि कल पूरी हो जाती, ऐसे में पायलट खेमे के 17 विधायकों ने हाईकोर्ट में इसके खिलाफ चुनौती दिया है. कोर्ट इस मामले में तीन बजे सुनवाई करेगी. विधायकों ने अपनी याचिका में नोटिस रद्द करने की मांग की है.
सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं– इंडिया टुडे ने सचिन पायलट के करीबी सूत्रों के हवाले से बताया कि पायलट खेमा इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं. इसको लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है. हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया जाएगा. बता दें कि बैठक में नहीं आने वाले विधायकों के आवास पर स्पीकर द्वारा जारी नोटिस चिपकाया गया था.
सचिन पायलट ने व्हिप पर उठाया था सवाल– इससे पहले, एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने व्हिप पर सवाल उठाया था. पायलट ने कहा था कि ऐसा व्हिप नहीं हो सकता है जिसमें सीएम अपने आवास पर विधायकों को बुलाए. ये व्हिप गलत जारी किया गया था.
कांग्रेस हाईकमान बरत रही है नरमी- बता दें कि इस पूरे मामले में कांग्रेस हाईकमान नरमी बरत रही है. पार्टी के बड़े नेता अब भी कोशिश में है कि पायलट को मनाया जा सके. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इसके लिए लगातार पहल कर रहे हैं. वहीं सूत्रों ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि पायलट ने हाईकमान के सामने तीन मांगे रखी थी, जिसमें से दो को मान लिया गया है. हालांकि पायलट अभी भी वापसी करने के मूड में नहीं है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra