Parliament Security Breach: संसद में चूक मामले को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही है. घटना को लेकर जांच कर रहे अधिकारियों की ओर से कुछ जानकारियां दी गई है जिसके आधार पर अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर प्रकाशित है. खबर की मानें तो संसद में सुरक्षा उल्लंघन की घटना के कथित मास्टरमाइंड ललित मोहन झा ने पूछताछ के दौरान कई खुलासे किये हैं. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पहले हमारा प्लान था कि सभी संसद के अंदर और बाहर आत्मदाह करेंगे. उनके शरीर को ज्यादा नुकसान ना हो इसके लिये उन्होंने ‘अग्निरोधी जेल’ लगाकर आत्मदाह करने का प्लान तैयार किया, लेकिन इस तरल पदार्थ के नहीं मिलने के कारण इस प्लान को उन्हें ड्रॉप करना पड़ा.
‘प्लान-बी’ पर किया गया काम
पूछताछ के दौरान संसद सुरक्षा चूक के मास्टरमाइंड ललित झा ने बताया कि smoke canisters का इस्तेमाल करना उनके ‘प्लान-बी’ का हिस्सा थी. झा ने अपने और अन्य लोगों के मोबाइल हैंडसेट को जलाने और नष्ट करने का भी दावा किया है. इस बात से दिल्ली पुलिस का संदेह मजबूत हो गया कि वह साजिश का मुख्य आरोपी है. कोलकाता के जिस इलाके में ललित झा रहते थे, वहां ट्यूशन पढ़ाने के कारण उन्हें ‘मास्टरजी’ के नाम से भी जाना जाता था. धुंआ निकलने पर संसद के बाहर से अपने साथियों के मोबाइल फोन लेकर वह फरार हो गया था. इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी.
Also Read: संसद सुरक्षा चूक मामला: राजनीतिक पार्टी बनाने का यह कैसा तरीका? हुआ ये बड़ा खुलासामोबाइल नष्ट करने का दावा
आपको बता दें कि घटना का मास्टरमाइंड ललित झा यह दावा कर रहा है कि उसके द्वारा सभी मोबाइल को नष्ट कर दिया गया है. पुलिस को शक है कि यह जांच को गुमराह करने के लिए दावा किया जा रहा हो. ऐसा इसलिए क्योंकि मोबाइल फोन, जिसमें साजिश का सुराग होना चाहिए था और उन अन्य लोगों के संपर्क के सबूत होने चाहिए थे, इस वजह से उसे नष्ट करने का दावा किया जा रहा हो.
Also Read: संसद चूक मामला: ललित झा ने क्या किया मोबाइल फोन का ? ये बड़ी बात आई सामनेइससे पहले अंग्रेजी वेबसाइट indianexpress.com ने खबर प्रकाशित की थी. खबर के अनुसार संसद सुरक्षा उल्लंघन के मामले में अपने चार सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद मास्टर माइंड ललित मोहन झा (32) ने पकड़े जाने से पहले गुरुवार सुबह कथित तौर पर मोबाइल फोन सहित सभी टेक्निकल एविडेंस को नष्ट कर दिया था. आपको बता दें कि बुधवार को, मामले के चार आरोपियों- मनोरंजन डी, सागर शर्मा, नीलम वर्मा और अमोल शिंदे ने संसद के अंदर और बाहर कलरफुल धुंआ छोड़ा. इसके बाद इन्हें घटनास्थल से पकड़ लिया गया जबकि मास्टर माइंड ललित झा भागने में सफल रहा था जिसने बाद में सरेंडर कर दिया.