नयी दिल्ली : दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने अपने कार्यकारी निदेशक सुरेश जाधव के बयान से किनारा कर लिया है. सीरम इंस्टीट्यूट ने स्पष्ट किया है कि कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ही एकमात्र आधिकारिक प्रवक्ता हैं.
मालूम हो कि कार्यकारी निदेशक सुरेश जाधव द्वारा एक ऑनलाइन स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में सरकार के वैक्सीनेशन अभियान की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि सरकार ने वैक्सीन की उपलब्धता को ध्यान में रखे बिना कई आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया.
सुरेश जाधव द्वारा सरकार की आलोचना किये आने के बाद कंपनी ने बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि यह कार्यकारी निदेशक का निजी विचार हो सकता है. उनके बयान को कंपनी का विचार नहीं माना जाना चाहिए. कंपनी के एकमात्र आधिकारिक प्रवक्ता सीईओ अदार पूनावाला हैं.
साथ ही कंपनी ने कहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए कृतसंकल्पित है. साथ ही कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में वह सरकार के साथ खड़ी है. देश में वैक्सीन की कमी को लेकर एसआईआई के सुरेश जाधव ने सरकार पर डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देश पर विचार नहीं करने का भी आरोप लगाया था.
कार्यकारी निदेशक ने कहा था कि वैक्सीनेशन की शुरुआत में कहा गया था कि देश के 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जायेगी. इसके लिए 60 करोड़ खुराक चाहिए थी. लेकिन, तय लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही सरकार ने 45 साल से ऊपर और फिर 18 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू कर दिया.
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