दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में फायरिंग हुई है जिसमें तीन लोगों की मौत हुई है. हमलावरों ने एक गैंगस्टर की पेशी के दौरान जज के सामने ही फायरिंग की.
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हमलावर वकील की वेशभूषा में आये थे और उन्होंने पेशी के दौरान जज के सामने ही फायरिंग की. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसमें दो हमलावर मारे गये.
अपराधी जिस तरह वकील की वेशभूषा में कोर्ट परिसर में दाखिल हो गये वह सुरक्षा के उपायों पर सवाल खड़े कर रहा है और दिल्ली पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. अगर अदालत में जज के सामने फायरिंग हो सकती है तो इससे अपराधियों और खासकर आतंकियों को बढ़ावा मिलेगा और वे किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं.
रोहिणी कोर्ट परिसर में आज 25-30 राउंड गोलियां चलीं. मारे गये बदमाश कुख्यात अपराधी जितेंद्र गोगी पर तिहाड़ जेल से रंगदारी मांगने का आरोप लगा था. उसपर चार लाख रुपये का ईनाम था.
पुलिस ने बताया कि टिल्लू गैंग के अपराधियों ने जितेंद्र उर्फ गोगी को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस की गोली से मारे गये टिल्लू ताजपुरिया गैंग के एक सदस्य का नाम राहुल है.
कोर्ट परिसर में वकीलों की तलाशी उस तरह नहीं होती जैसी आम लोगों की होती है और इसी बात का फायदा उठाकर बदमाश कोर्ट परिसर में हथियार लाने में सफल रहे.