Sri Lanka Crisis: अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है. श्रीलंका पर आए आर्थिक संकट पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी पहले नीति हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि इसी नीति को ध्यान में रखते हुए भारत ने श्रीलंका को हरसंभव सहायता भेजी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि श्रीलंका में आर्थिक संकट को दूर करने के लिए भारत की ओर से इस वर्ष 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की सहायता भेजी गई है. अरिंदम बागची ने कहा कि श्रीलंका में आवश्यक वस्तुओं की किल्लत को दूर करने के लिए भी भारत की ओर से काफी सहायता प्रदान की गई है. उन्होंने बताया कि भारत की ओर से भोजन, दवा जैसी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की गई है. विदेश मंत्रायल के प्रवक्ता ने कहा कि आगे भी श्रीलंका के हित के लिए प्रयास जारी रहेंगे.
In keeping with our Neighbourhood First policy, India has extended this year alone support worth over US$ 3.5 billion to the people of Sri Lanka for helping them overcome their current difficulties: MEA Spokesperson pic.twitter.com/4tuiuOiw44
— ANI (@ANI) May 10, 2022
श्रीलंका की मौजूदा स्थिति के बारे में सवालों के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ऐतिहासिक संबंधों के साथ श्रीलंका के करीबी पड़ोसी देश के रूप में भारत वहां लोकतंत्र, स्थिरता एवं आर्थिक स्थिति के पटरी पर आने का पूरा समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा श्रीलंका के लोगों के सर्वश्रेष्ठ हित में काम करेगा.
गौरतलब है कि श्रीलंका में चीजों की बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती को लेकर पिछले महीने से लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. 1948 में ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिलने के बाद से श्रीलंका अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ है जिसके चलते देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है.
सोमवार को विरोध प्रदर्शन ने बेहद हिंसक रूप ले लिया. श्रीलंका में सरकार समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़प में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर मंगलवार को आठ हो गई तथा 200 से अधिक लोग घायल हो गए. हिंसा के दौरान हंबनटोटा में प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के पैतृक आवास सहित कई नेताओं के आवासों में आगजनी की गई. वीडियो फुटेज में हंबनटोटा शहर के मेदामुलाना में महिंदा राजपक्षे और उनके छोटे भाई एवं राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का आवास जलता दिखाई दे रहा है. श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के बीच महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.