नयी दिल्ली : दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज स्थित तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजनों में शामिल हुए 647 लोगों में अब तक कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को इससे जुड़े 247 नये मामले सामने आये हैं. गुरुवार तक इनकी संख्या 400 थी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, ‘जमात के कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद यहां से लोग देश के 17 राज्यों में गए और वहां इनके संक्रमित होने का पता चला है. कई अन्य लोगों की भी तालाश जारी है.’
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मरीजों और उनके परिजनों से यह आग्रह किया कि वे संकट की इस घड़ी में डॉक्टर और नर्स के लिए काम करना और मुश्किल ना बनायें. वे अपना कर्तव्य निभा रहे हैं जो बहुत जरूरी है. उनके कहा कि मेडिकल स्टॉफ के साथ बदसलूकी चिंता का कारण है.
मौलाना फरार– निजामुद्दीन मरकज के मौलाना और तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद मामला सामने आने के बाद से ही फरार बताये जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार उनकी तालाशी के लिए छापेमारी कर रही है.
कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज का खतरा– निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात मामले में जिस तरह से कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, उससे सरकार को डर है कि कहीं यह कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज में न बदल जाये. सरकारी अधिकारियों की मानें तो जमात के लोग जिस तरह से अलग-अलग फैले हैं वो वायरस फैलाने का सबसे बड़ा डर है.
6600 टेस्ट– इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का कहना है कि अब तक कोरोना के शक में करीब 66 हजार लोगों के टेस्ट किए जा चुके हैं. गुरूवार को सबसे अधिक आठ हजार लोगों का टेस्ट किया गया.
जांच और बढ़ाने पर जोर- सरकारी अधिकारियों की मानें तो सरकार कोरोना की जांच संख्या को तेजी से बढ़ाने की कवायद में जुट गयी है. आने वाले दिनों में सरकार की कोशिश है अधिक से अधिक लोगों की जांच कर आइसोलेटे किया जाये.