Watch Video: तमिलनाडु के अन्ना विश्वविद्यालय (Anna University) की एक छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न (sexual harassment) के मामले को लेकर विपक्षी दलों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने इस मुद्दे पर द्रमुक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने पहले कहा था कि जब तक द्रमुक सरकार इस्तीफा नहीं देती, वह चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर चलेंगे. इसके बाद, उन्होंने न्याय की मांग करते हुए खुद को कोड़े से पीटा. भाजपा का आरोप है कि आरोपी द्रमुक पार्टी से जुड़ा हुआ है, हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों का खंडन किया है.
अन्नामलाई ने आरोपी की द्रमुक नेताओं के साथ तस्वीरें दिखाकर आरोप लगाया कि वह सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र शाखा का सदस्य है, और इसी कारण उसने अपराध को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि चूंकि आरोपी द्रमुक से जुड़ा है, इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की. पुलिस के अनुसार, आरोपी ज्ञानशेखरन पहले से ही कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. उन्होंने पीड़िता को धमकाया था कि वह जब भी उसे बुलाएगा, तो उसे मिलकर आना होगा.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया और इसकी कड़ी निंदा की. आयोग ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शंकर जीवाल को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Indian Judicial Code), 2023 की धारा 71 लागू करने को कहा, जो बार-बार अपराध करने वालों से संबंधित है. आयोग ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले भी इसी तरह के मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन उन्हें दबा दिया गया है.