हैदराबाद : तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख ए रेवंत रेड्डी को शुक्रवार को जुबली हिल्स में उनके घर पर शहर की पुलिस उस्मानिया विश्वविद्यालय (ओयू) में तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का विरोध कर रहे छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार की सुबह बंजारा हिल्स एसीपी सीएच श्रीधर की देखरेख में पुलिसकर्मियों की एक टीम रेवंत रेड्डी के घर गई और उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि हमने मलकजगिरी के सांसद और टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को प्रदर्शनकारी छात्रों में शामिल होने के लिए उस्मानिया विश्वविद्यालय जाने से रोकने के लिाए हाउस अरेस्ट किया है. इस बीच काचीगुडा एसीपी ए श्रीनिवास ने कहा कि ओयू पुलिस ने बेरोजगार युवकों की संयुक्त कार्रवाई समिति से जुड़े छह कार्यकर्ताओं को ओयू कैंपस में महाधरना आयोजित करने और प्रश्नपत्र लीक होने के विरोध में कैंप से गन पार्क तक रैली निकालने की कोशिश करने के आरोप में हिरासत में लिया है. गुरुवार को तेलंगाना की राज्यपाल ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों से कथित टीएसपीएससी पेपर लीक मामले की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है.
राज्यपाल के निर्देश के अनुसार, राजभवन ने तेलंगाना के मुख्य सचिव, टीएसपीएससी सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर 48 घंटे के भीतर मामले की ताजा स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. पत्र में विशेष जांच दल की जांच की स्थिति सहित कथिप पेपर लीक मामले की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. इसके साथ ही, टीएसपीएससी को अपने नियमित और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का ब्योरा पेश करने के लिए भी कहा गया है, जो आयोग की अनुमति के साथ बिना अनुमति के परीक्षा में शामिल हुए थे.
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के प्रमुख रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात भी की, जिसमें मधु यशकी, हनुमंत राव और मल्लू रवि भी शामिल थे. इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने टीएसपीएससी के अध्यक्ष जर्नादन रेड्डी और आईएएस अधिकारी अनीता रामचंद्रन के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए एक ज्ञापन सौंपा गया. तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग ने 15 मार्च को पेपर लीक होने के आरोपों के बाद 5 मार्च को आयोजित सहायक अभियतंता की परीक्षा रद्द कर दी थी. 13 मार्च को पुलिस ने टीएसपीएससी के दो कर्मचारियों सहित करीब नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आयोग ने परीक्षा रद्द की और इस महीने के अंत तक होने वाली अन्य परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया.
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इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने हैदराबाद में टीएसपीएससी पेपर लीक मुद्दे के खिलाफ निरासन दीक्षा (विरोध) का आयोजन किया. धरने में भाजपा के कई नेता और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. मीडिया से बात करते हुए भाजपा के प्रवक्ता एनवी सुभाष ने कहा कि तेलंगाना में भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जो बेरोजगार युवाओं का समर्थन करती है. उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि उचित जांच होनी चाहिए, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए और उन्हें सलाखों के पीछे होना चाहिए, ताकि भविष्य में सत्ता का इस तरह का दुरुपयोग न हो. इस बीच, परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच कर रहे हैदराबाद के विशेष जांच दल ने तेलंगाना भाजपा प्रमुख बंदी संजय को 24 को पेश होने के लिए समन भेजा है. इसके साथ ही, रेड्डी को उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में जानकारी साझा करने और एसआईटी को साक्ष्य पेश करने के लिए कहा गया था. इससे एक दिन पहले रेवंत रेड्डी ने गंभीर आरोप लगाया था कि राज्य के मंत्री केटी रामाराव के निजी सहायक भी पेपर लीक में शामिल थे.