Covid 19 XBB1.16 Variant: लगातार लंबे समय तक शांत रहने के बाद देश में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. देश में फिलहाल एक्टिव मामलों की संख्या 6,500 के पार हो गयी है. वैज्ञानिकों की अगर माने तो देश में पिछले कुछ समय में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के पीछे XBB 1.16 वैरिएंट का हाथ है. जानकारी के लिए बता दें कोविड का यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के रिकॉम्बिनेशन XBB वैरिएंट का वंशज है. INSACOG के रिपोर्ट्स की माने तो फिलहाल भारत में XBB1.16 वैरिएंट के कुल 76 मामले दर्ज किये गए हैं. यह वैरिएंट सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि, दुनिया के 12 देशों में फैल चुका है.
WHO के वैक्सीन सेफ्टी नेट के सदस्य डॉ विपिन एम वशिष्ठ की माने तो XBB1.16 वैरिएंट ओमिक्रॉन के रिकॉम्बिनेशन XBB वैरिएंट का ही वंशज है. यह काफी तेजी से फैलने में सक्षम होता है. ग्लोबल लेवल पर देखें तो XBB1.16 वैरिएंट को लेकर स्तिथि चिंताजनक है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि, इस सब-वैरिएंट में वायरस के गैर-स्पाइक एरिया में कुछ म्यूटेशन हुआ जिसकी वजह से यह मनुष्य के इम्युनिटी पर असर डालता है.
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भारत इकलौता देश नहीं हैं जहां इस वैरिएंट का असर देखा जा रहा है. भारत के अलावा भी 12 ऐसे देश हैं जहां इस वैरिएंट से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं. इन देशों की सूची में अमेरिका, ब्रुनेई, सिंगापुर, चीन और यूके भी अब शामिल हो चुके हैं.
फिलहाल कोविड के XBB1.16 वैरिएंट की वजह से किसी के भी मौत की खबर नहीं है लेकिन, फिर भी इससे कई लोगों को काफी खतरा हो सकता है. इनमें कुछ ऐसे लोग हैं जो कि, वृद्ध या 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं, हृदय रोग और कोरोनरी धमनी रोग से ग्रसित मरीज, डायबिटीज वाले मरीज, इम्यूनिटी कमजोर होने वाले, HIV पॉजिटिव मरीज, वैसे मरीज जिन्हें फेफड़े की बीमारी की समस्या हो, किडनी या लीवर की पुरानी बीमारी है, सेरेब्रोवास्कुलर बीमारी से ग्रसित लोग, मोटापे से ग्रसित लोग और वे जिनका अभी तक वैक्सीनेशन नहीं हुआ है ये सभी शामिल हैं.