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देश में बढ़ रहा है ब्लैक फंगस का खतरा, 1800 से ज्यादा मामले दर्ज

ब्लैक फंगस का शिकार हुए ज्यादातर लोगों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और मधुमेह जैसी समस्या देखी जा रही है. देश के कई राज्यों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद रायपुर, जोधपुर, पटना, ऋषिकेश, भुवनेश्वर, दिल्ली और भोपाल सहित कई जगहों में बेहतर इलाज एम्स द्वारा प्रभावी और उच्च गुणवत्ता वाला इलाज उपलब्ध कराया गया है हालांकि कई जगहों पर अभी इसके इलाज को लेकर उतनी तैयारी नहीं देखी गयी जबकि बढ़ते ब्लैक फंगस के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं.

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ- साथ ब्लैक फंगस ( म्यूकोर्मिकोसिस) का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. देश की राजधानी दिल्ली के साथ- साथ संक्रमण के मामले कई राज्यों से सामने आ रहे हैं.

ब्लैक फंगस का शिकार हुए ज्यादातर लोगों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और मधुमेह जैसी समस्या देखी जा रही है. देश के कई राज्यों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद रायपुर, जोधपुर, पटना, ऋषिकेश, भुवनेश्वर, दिल्ली और भोपाल सहित कई जगहों में बेहतर इलाज एम्स द्वारा प्रभावी और उच्च गुणवत्ता वाला इलाज उपलब्ध कराया गया है हालांकि कई जगहों पर अभी इसके इलाज को लेकर उतनी तैयारी नहीं देखी गयी जबकि बढ़ते ब्लैक फंगस के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं.

अकेले महाराष्ट्र में ही ब्लैक फंगस के 1500 मामले सामने आये हैं. देश भर के मैक्स अस्पताल में ब्लैक फंगस संक्रमण के 50 मामले सामने आ चुके है यह सिर्फ मैक्स अस्पताल का आंकड़ा है जबकि दूसरे अस्पतालों को जोड़ कर देखें तो गुजरात, महारास्ट्र जैसे कई जगहों पर 1800 से ज्यादा मामले सामने आये हैं .

स्वास्थ्य मंत्री को लिखी गयी चिट्ठी, जतायी गयी चिंता
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कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने ब्लैक फंगस की दवाओं की कालाबाजारी को लेकर चिंता जाहिर की है. सरकार से आग्रह किया गया है कि इसकी दवाओं की आपूर्ति का जिम्मा आप अपने हाथ में ले लें. ब्लैक फंगस से लड़ने वाली दवा, इंजेक्शनों की आपूर्ति सीधे अस्पतालों में करायें.

देश में कहां क्या स्थिति, जानें दिल्ली का हाल

देश की राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. एम्स दिल्ली में ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण के 20 से ज्यादा मामले रोजाना दर्ज हो रहे हैं. गंगाराम अस्पताल में ब्लैक फंगस के 48 मरीज है जबकि अब भी 16 वेटिंग लिस्ट में हैं. कई अस्पतालों में धीरे- धीरे इन मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार ने दवाइयां मांगी हैं.

महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस

देश में कोरोना संक्रमण का असर जिन राज्यों में ज्यादा हुआ उनमें महाराष्ट्र आगे है. अब ब्लैक फंगस से हुई मौत का आंकड़ा 90 को पार कर चुका है. इस वक्त महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के 1500 से ज्यादा मरीज हैं. ब्लैक फंगस के नाम से कुख्यात म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामले पिछले साल कोरोना वायरस संक्रमण की शुरूआत के बाद से आने लगे थे. बढ़ते मामलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार गंभीर है और इसके उपचार के लिए जरूरी दवाओं की उपलब्धता को ध्यान में रखने का आदेश दिया है.

राजस्थान में ब्लैक फंगस का हाल

राजस्थान में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया गया है. राजस्थान के कई जिलों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं. राज्य इससे लड़ने के लिए उपचार पर पूरा ध्यान दे रहा है. राजस्थान में बढ़ते मामलों की संख्या और इसके उपचार की दवा को लेकर परेशानी हो रही जिसे राज्य सरकार भी गंभीरता से ले रही है.

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मध्य प्रदेश का हाल

मध्यप्रदेश भी ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए रणनीति तैयार कर रहा है इसके लिए डेडिकेटेड टॉस्क फोर्स बनाई जानी है जो इस मामले की गंभीरता पर नजर रखेगी, लड़ेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिया है. राज्य में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं और राज्य सरकार बढ़ते मामलों पर नियंत्रण की पूरी कोशिश कर रही है.

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