नयी दिल्ली : देश में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए तीन वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध हो सकेगी. भारत में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और जायडस कैडिला की वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है. मालूम हो कि देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की बात कही जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, अमेरिका में किशोरों को वैक्सीन दी जा रही है. ब्रिटेन ने भी शुक्रवार को बैठक के बाद 12 से 15 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को मंजूरी दी है. फाइजर की वैक्सीन को पहले से ही 16 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए स्वीकृत किया जा चुका है.
देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा है कि भारत में 12 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के करीब 13 से 14 करोड़ बच्चे हैं. इन सभी को वैक्सीन देने के लिए कम-से-कम 25 करोड़ खुराक की जरूरत होगी.
उन्होंने कहा कि इन सभी बच्चों को अपने देश की वैक्सीन देने के लिए भारत तैयार है. हालांकि, उन्होंने कहा है कि 12 से 15 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को ब्रिटेन में मंजूरी दिये जाने के बाद भारत में उपलब्ध होने पर विचार किया जायेगा.
बताया जाता है कि जायडस कैडिला की वैक्सीन इसी माह लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकता है. कंपनी के डेटा का विश्लेषण किये जाने के बाद बच्चों को वैक्सीन देने पर विचार किया जायेगा. मालूम हो कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का भी क्लिनिकल ट्रायल किया जा रहा है.
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