Tonk Violence : टोंक हिंसा के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. पुलिस ने बताया कि मतदान के दौरान अधिकारी को थप्पड़ मारने की घटना के एक दिन बाद निर्दलीय विधायक नरेश मीणा गिरफ्तार कर लिए गए हैं. इससे पहले आरोपी देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा सामने आए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एसडीएम की कोई जाति नहीं होती. चाहे वह किसी भी जाति का हो, मैं उसे पीटता. उनके तौर-तरीकों को सुधारने का यही एकमात्र इलाज है.
नरेश मीणा ने कहा कि हमने सुबह से कुछ नहीं किया. हम उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. हमारे लिए खाने का इंतजाम नहीं किया गया. मैं मंच पर था जब मैं बेहोश हो गया. मेरे समर्थक मुझे अस्पताल ले गए. जब मिर्ची बम का धमाका हुआ तो मेरे समर्थक मुझे दूसरे गांव ले गए. वहां मैंने पूरी रात आराम किया. जो कुछ भी हुआ वह पुलिस ने किया. एसडीएम यहां क्यों हुक्म चला रहे थे? वह बीजेपी के एजेंट हैं.
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नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस पर किया पथराव
राजस्थान के टोंक जिले के देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में बुधवार रात जमकर बवाल हुआ. निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया. वाहन में आग लगा दी. पुलिस के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब पुलिस बल ने मीणा और उनके समर्थकों को धरना स्थल से हटाने की कोशिश की. इसके बाद बवाल बढ़ गया.
टोंक हिंसा मामले में अब तक 60 गिरफ्तार
अजमेर रेंज के आईजी ओम प्रकाश ने कहा कि बुधवार की घटना के बाद 4 मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं. करीब 10 पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं. उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है.