Muslim Lowest population states wise in India: भारत एक विविधता से भरा देश है. जहां अलग-अलग धर्म, संप्रदाय, पंथ, मजहब और संस्कृतियों के लोग मिलकर रहते हैं. भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और फारसी के साथ-साथ अन्य धर्मों और पंथों के लोग साथ रहते हैं. इतनी विविधता होने के बावजूद हम सभी भारतीय एकता के धागे से बंधे हुए हैं और एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव रखते हैं. यही हमारे देश खूबसूरती और सबसे बड़ी ताकत है. लेकिन गौर करने वाली यह है कि भारत के अलग-अलग राज्यों में धर्म और मजहब की जनसंख्या का अनुपात भिन्न-भिन्न है. साल 2011 की जनगणना को आधार मानें को 2001 से लेकर 2011 के बीच मुस्लिम आबादी में 24.6% की वृद्धि हुई, जबकि हिंदू आबादी में 16.8% की वृद्धि दर्ज की गई. इस रिपोर्ट में 2011 की जनगणना के आंकड़ों को आधार बनाया गया है, जो विभिन्न राज्यों में मुसलमानों की जनसंख्या का विवरण देती है. भारत के कुछ राज्यों में मुसलमानों की आबादी बहुत कम है, तो वहीं कुछ राज्यों में वे बहुसंख्यक भी हैं. यदि हम सबसे कम मुस्लिम आबादी वाले राज्यों की बात करें तो पूर्वोरत्तर राज्यों के साथ-साथ उत्तर भारत का एक प्रदेश भी शामिल है. इन राज्यों में मुसलमानों की आबादी कम होने के पीछे कई भौगोलिक, ऐतिहासिक के साथ-साथ सांस्कृतिक कारण भी हैं. आइए जानते हैं ऐसे 5 राज्य कौन से हैं जहां मुस्लिम आबादी सबसे कम है.
मिजोरम में कितनी मुस्लिम आबादी? (What is the Muslim population in Mizoram)
मिजोरम भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित एक राज्य है, जिसकी सीमाएं म्यांमार और बांग्लादेश के साथ लगती हैं. यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और समृद्ध जनजातीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. मिजोरम का नाम “मिजो” जनजाति से लिया गया है, जिसका मतलब है “पहाड़ों के लोग”.
मिजोरम की कुल जनसंख्या लगभग 12 लाख है, जिसमें मुसलमानों की संख्या केवल 1.35% है, यानी लगभग 16,000. यहां की आबादी में मुख्य रूप से मिजो जनजातियां शामिल हैं, जो ईसाई धर्म का पालन करती हैं. इसके कारण यहां अन्य धर्मों के लोगों की संख्या कम हैं मिजोरम के आइजॉल, लुंगलेई, और चंफाई जैसे बड़े शहरों में कुछ मुसलमान बसे हुए हैं, जो मुख्यतः व्यापारी और शिक्षक हैंं आइजॉल में कुछ मस्जिदें हैं, जहां मुसलमान अपनी धार्मिक गतिविधियों को संचालित करते हैंं. मिजोरम पहले असम राज्य का एक हिस्सा था. 1972 में इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था, और 20 फरवरी 1987 को इसे एक पूर्ण राज्य के रूप में स्थापित किया गया.
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सिक्किम में कितनी मुस्लिम आबादी? (What is the Muslim population in Sikkim)
सिक्किम भारत का एक छोटा और सुंदर राज्य है, जो देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है. यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. सिक्किम की सीमाएं उत्तर में तिब्बत, पूर्व में भूटान, पश्चिम में नेपाल, और दक्षिण में पश्चिम बंगाल से मिलती हैं. सिक्किम का इतिहास बहुत समृद्ध है. यह राज्य पहले एक स्वतंत्र बौद्ध राज्य था और 16वीं सदी में यहां के पहले चोग्याल (राजा) की स्थापना हुई थी. 1975 में, सिक्किम को भारतीय संघ में शामिल किया गया, और इसे 26वें राज्य के रूप में मान्यता दी गई.
सिक्किम की कुल जनसंख्या लगभग 6.1 लाख है, जिसमें मुसलमानों की संख्या केवल 1.62% यानी लगभग 10,000 है. यह लोग सिक्किम की राजदानी गंगटोक और इसके आसपास के इलाकों में रहते हैं. गंगटोक में बिजनेस करने वाले मुसलमानों की संख्या अधिक है. सिक्किम की जनसंख्या और सांस्कृतिक परंपराओं के कारण यहां मुसलमानों की संख्या कम है.
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हिमाचल प्रदेश में कितनी मुस्लिम आबादी? (What is the Muslim population in Himachal Pradesh)
हिमाचल प्रदेश भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित एक पहाड़ी राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. इसे “देवभूमि” यानी देवताओं की भूमि भी कहा जाता है. हिमाचल प्रदेश की सीमाएं उत्तर में जम्मू-कश्मीर, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड, पश्चिम में पंजाब, और पूर्व में तिब्बत से मिलती हैं.
हिमाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या लगभग 68 लाख है, जिसमें मुसलमानों की संख्या लगभग 1.72% यानी लगभग 1.2 लाख है. यहां के मुसलमान मुख्यतः शिमला, कुल्लू, और मनाली जैसे पर्यटक स्थलों पर रहते हैं. वहीं कुछ मुस्लिम आबादी कांगड़ा और मंडी जिलों में भी बसे हुए हैं. यह पहाड़ी राज्य है, जहां हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव है. हिमाचल प्रदेश का मौसम और भौगोलिक स्थिति भी यहां अन्य राज्यों के लोगों के स्थायी रूप से बसने के लिए कम अनुकूल है.
हिमाचल प्रदेश का इतिहास बहुत पुराना है और यहां के कई क्षेत्रों का उल्लेख महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है. 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश का गठन हुआ, और 25 जनवरी 1971 को यह भारत का 18वां राज्य बना. यहां के पहाड़ी रियासतों को एकीकृत करके इस राज्य का गठन किया गया था.
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अरुणाचल प्रदेश में कितनी मुस्लिम आबादी? (What is the Muslim population in Arunachal Pradesh)
अरुणाचल प्रदेश भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित एक खूबसूरत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है. यह राज्य अपनी विविध जनजातीय संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता, और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है. अरुणाचल प्रदेश भारत का पूर्वी सिरे पर स्थित है, और इसे “उगते सूरज की भूमि” भी कहा जाता है.
अरुणाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या लगभग 14 लाख है, जिसमें मुसलमानों की संख्या केवल 1.95% यानी लगभग 27,000 है. यहां की प्रमुख जनजातियाँ मुख्यतः आदिवासी और ईसाई धर्म का पालन करती हैं. यहां के मुसलमान ईटानगर, पासीघाट, और तेजू जैसे शहरों के आसपास बसे हुए हैं, जो राज्य की राजधानी है और यहां व्यवसाय करने वाले मुसलमानों की संख्या अधिक है. अरुणाचल प्रदेश की भौगोलिक और सांस्कृतिक विशेषताएं यहां मुस्लिम जनसंख्या को कम बनाती हैं. अरुणाचल प्रदेश का प्राचीन इतिहास तिब्बती और असमिया प्रभाव से जुड़ा हुआ है. यह क्षेत्र पहले असम का हिस्सा था और इसे “उत्तर-पूर्व सीमांत एजेंसी” (NEFA) के नाम से जाना जाता था. 20 फरवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ और यह भारत का 24वां राज्य बना.
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मेघालय में कितनी मुस्लिम आबादी? (What is the Muslim population in Meghalaya)
मेघालय भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित एक सुंदर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है. “मेघालय” का अर्थ है “बादलों का घर,” और यह नाम इस राज्य की भौगोलिक और प्राकृतिक सुंदरता को बखूबी दर्शाता है. राज्य की राजधानी शिलांग है, जो एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है.
2011 की जनगणना के अनुसार, मेघालय की जनसंख्या लगभग 29 लाख थी. मेघालय में मुसलमानों की संख्या लगभग 1.3 लाख है, जो कुल जनसंख्या का लगभग 4.4% है. यहां की जनसंख्या में मुख्य रूप से खासी, गारो और जयंतिया जनजातियां शामिल हैं, जो ईसाई धर्म का पालन करती हैं. मेघालय की प्रमुख जनजातीय आबादी और स्थानीय धर्मों का प्रभाव यहां मुस्लिम जनसंख्या को कम करता है. शिलांग और तुरा जैसे बड़े शहरों में कुछ मुसलमान बसे हुए हैं, जो मुख्यतः व्यापारी, शिक्षक, और सरकारी कर्मचारी हैं. मेघालय का इतिहास प्राचीन काल से ही खासी, गारो, और जयंतिया जनजातियों से जुड़ा हुआ है. यह क्षेत्र पहले असम का हिस्सा था. 21 जनवरी 1972 को मेघालय को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला और यह असम से अलग होकर भारत का 21वां राज्य बना.
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राज्य | मुस्लिम आबादी प्रतिशत में |
मिजोरम | 1.35% |
सिक्किम | 1.62% |
हिमाचल प्रदेश | 1.72% |
अरुणाचल प्रदेश | 1.95% |
मेघालय | 4.39% |