लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव से पूर्व ही सूबे की सियासत गरमाने लगी है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित विधायक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले हैं. बताया जाता है कि सपा अध्यक्ष के साथ बसपा विधायकों की घंटों तक चर्चा हुई है.
The tally for expelled Bahujan Samaj Party (BSP) MLAs is 11 right now. If we get one more MLA, will form our own party. Our leader will be Lalji Verma and he will decide the name and other details of the party: Rebel BSP MLA Aslam Raini pic.twitter.com/maYLoTb6Rc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 15, 2021
बसपा के बागी विधायक असलम रैनी ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा है कि ”बहुजन समाज पार्टी के निष्कासित विधायकों की संख्या अभी 11 है. एक और विधायक मिले, तो हम अपनी पार्टी बनायेंगे. हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे और वह पार्टी का नाम और अन्य विवरण तय करेंगे.”
मालूम हो कि आंबेडकर नगर के कटेहरी से विधायक लालजी वर्मा के नेतृत्व में नयी पार्टी के गठन की बात कही जा रही है. वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा के कुल 18 विधायक हैं. इनमें से नौ विधायकों को पार्टी सुप्रीमो मायावती निष्कासित कर चुकी हैं. वहीं, बागी विधायक असलम रैनी ने दावा किया है कि उनके साथ 11 विधायक हैं.
पार्टी से अलग होने और दल-बदल विरोध कानून के उल्लंघन से बचने के लिए दो-तिहाई समर्थन चाहिए. ऐसे में कुल 18 विधायकों में से 12 विधायकों का होना जरूरी है. बागी विधायक असलम रैनी ने दावा किया है कि उनके साथ 11 विधायक हैं. ऐसे में एक और विधायक का साथ मिलता है, तो दल-बदल कानून लागू नहीं होगा.
इधर, चर्चा जोरो पर है कि सभी बागी विधायक जल्द ही समाजवादी पार्टी का दामन थाम कर अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर मैदान में उतरेंगे. वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि बागी विधायकों के आने से सपा मजबूत होगी. साथ ही 2022 में सपा की सरकार बनेगी.
इससे पहले बसपा से नौ विधायकों को निलंबित कर दिया था. इनमें असलम रैनी, असलम अली चौधरी, मुजतबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, सुषमा पटेल, हरगोविंद भार्गव, वंदना सिंह, रामवीर उपाध्याय और अनिल सिंह शामिल हैं. इसके अलावा लालजी वर्मा और रामअचल राजभर का भी साथ मिलने से 11 विधायक हो गये हैं.