अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. इसके लिए भव्य समारोह का अयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशभर के कई दिग्गज और प्रतिष्ठित लोग शामिल होंगे. राम मंदिर को लेकर राजनीति भी हो रही है. विपक्ष ने बीजेपी, आरएएस और वीहीप पर श्रेय लेने का आरोप लगाया है. कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को राजनीतिक समारोह बनाने का भी आरोप लगाया है. इस बीच प्राण-प्रतिष्ठा से पहले बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने राम जन्मभूमि आंदोलन को याद किया है और बताया कि इसका पूरा श्रेय किसे दिया जाना चाहिए.
उमा भारती ने बताया राम मंदिर निर्माण का श्रेय किसे दिया जाना चाहिए
राम जन्मभूमि आंदोलन में अग्रणी नेताओं में शामिल उमा भारती ने प्राण-प्रतिष्ठा से पहले उस दौर को याद किया, जिसमें कई लोगों राम मंदिर के लिए अपने प्राण की आहुति दे दी. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भगवा नेता ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन ‘500 वर्षों’ से अधिक का संघर्ष था और इसकी सफलता के लिए किसी एक व्यक्ति को श्रेय नहीं मिलना चाहिए. उमा भारती ने कहा, यह आंदोलन पांच शताब्दियों तक चला. यह देश का एकमात्र ऐसा आंदोलन था, जो 500 वर्षों तक आगे बढ़ाया गया और सफल रहा. मुझे लगता है कि श्रेय पहले और सबसे पहले उन लोगों को दिया जाना चाहिए जिन्होंने (बाबरी) मस्जिद को गिराया. यदि ढांचा नहीं गिराया गया होता तो कोई सर्वेक्षण संभव नहीं होता. सर्वेक्षण हुआ और सुप्रीम कोर्ट ने इसके निष्कर्षों को स्वीकार कर लिया.
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"Credit first and foremost should go to those…": Ahead of Jan 22, Uma Bharti recalls Ram Janmabhoomi movement
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— ANI Digital (@ani_digital) January 7, 2024
उमा भारती ने राम मंदिर निर्माण के लिए दूसरा श्रेय अशोक सिंघल को दिया
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में उमा भारती ने मंदिर के मुद्दे पर कार सेवकों को एकजुट करने और आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के दिवंगत पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल के प्रयासों को याद करते हुए कहा, दूसरा श्रेय अशोक सिंघल को जाना चाहिए, जिन्होंने आंदोलन को अगले स्तर पर पहुंचाया. उनके नेतृत्व और उनके दृष्टिकोण था कि हम राम जन्मभूमि आंदोलन में कूद पड़े. उन्होंने आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इसका श्रेय दिया और कहा, आंदोलन को तार्किक अंजाम तक पहुंचाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ को भी है. आखिर में उमा भारती ने कहा, हालाकि, जैसा कि मैंने कहा, अधिकांश श्रेय उन लोगों को दिया जाना चाहिए जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया.
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