UP By Election 2024 : मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए जारी मतदान के दौरान जमकर हंगामा हुआ. ककरौली गांव में दो गुट आपस में भिड़ गए और पथराव किया गया. राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) की उम्मीदवार मिथलेश पाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से लोगों को ‘फर्जी मतदान’ के लिए बुलाए जाने के बारे में जानकारी मिली है. इन लोगों को मदरसों और स्कूलों में ठहराया गया है. ‘बुर्का पहनी महिलाओं’ द्वारा फर्जी मतदान किया जा रहा है.”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की टिप्पणी कि पुलिसकर्मियों को मतदाताओं के पहचान पत्र नहीं जांचने चाहिए, इस पर पाल ने कहा, ”फर्जी मतदान को रोकने के लिए उन्हें निश्चित रूप से इसकी जांच करनी चाहिए. यह सब पुलिस के ‘लचीले रवैये’ के कारण हो रहा है. हमने शिकायत की है, लेकिन पुलिस फिलहाल कुछ नहीं कर पा रही है.”
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने खबर दी कि हंगामे को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने बताया है कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा. ‘हल्का बल’ प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया गया. स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है. यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टकराव का कारण क्या है?
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मीरापुर हंगामे पर एआईएमआईएम ने क्या कहा?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार मोहम्मद अरशद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”निर्वाचन क्षेत्र के ककरौली इलाके में मतदान प्रतिशत कम रहा. पुलिस मतदाताओं को परेशान कर रही है, उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं दे रही है. वे लोकतंत्र के इस पर्व के दौरान लोगों से दुश्मनों की तरह व्यवहार कर रहे हैं. यह लोगों का चुनाव नहीं है, यह सरकार का चुनाव है.’’ अरशद ने कहा कि पुलिस ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.
मीरापुर हंगामे पर समाजवादी पार्टी ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार सुम्बुल राणा ने भी आरोप लगाया कि पुलिस मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के लिए उनके पहचान पत्र की जांच के नाम पर परेशान कर रही है.