नयी दिल्ली: अमेरिका की डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट वेंडी शर्मन ने कहा है कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर उनका देश हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा. वेंडी शर्मन ने बुधवार को नयी दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एचवी शृंगला के साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा, अर्थव्यवस्था एवं अन्य क्षेत्रों में बढ़ती साझेदारी पर चर्चा की.
India-IDEAS Summit 2021 में अमेरिका की डिप्टी सेक्रेटरी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच लगातार व्यापार बढ़ रहा है. निवेश बढ़ रहे हैं और साइबर सुरक्षा एवं नयी तकनीक के क्षेत्र में आपसी सहयोग भी बढ़ रहा है. बैठक में क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा के मुद्दों की समीक्षा की गयी. दोनों देशों के सचिवों ने अफगानिस्तान, ईरान, रूस और चीन के बारे में भी चर्चा की.
वेंडी शर्मन ने कहा कि अमेरिका तालिबान को मान्यता नहीं देने जा रहा है. उसे वैध तरीके अपनाने होंगे. अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से संबंधित प्रस्ताव लाने के लिए भारत की तारीफ की.
इस मीटिंग में भारत के विदेश सचिव शृंगला ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चिंता व्यक्त की. खासकर हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों, घुसपैठ और अफगानिस्तान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका के बारे में अमेरिका को अपनी चिंता से अवगत कराया.
इससे पहले, भारत के विदेश सचिव हर्ष वर्धन शृंगला और अमेरिकी डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट वेंडी आर शर्मन ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मुद्दे पर चर्चा की. सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान से जुड़ी तमाम चिंताओं पर अपने विचार एक-दूसरे से साझा किये.
आने वाले दिनों में भारत और अमेरिका के बीच कई दौर की बैठकें होंगी. बहुत जल्द रक्षा पुलिस समूह की मीटिंग होगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रक्षा सचिव अमेरिका का दौरा करेंगे. आतंकवाद के खिलाफ जंग की रणनीति पर भारत और अमेरिका के बीच जल्दी ही वार्ता होगी. नवंबर में 2+2 वार्ता होने की भी उम्मीद है.
अमेरिका की डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट वेंडी ने कहा कि जहां भी जरूरत होगी, हम चीन के साथ मुकाबला करेंगे. यदि हमारे हित प्रभावित नहीं होंगे, तो हम उसके साथ सहयोग भी करेंगे. जहां भी जरूरत होगी, हम उसे चुनौती देंगे. अगर उसने मामले को तूल नहीं दिया, हमारे सीझीदारों एवं सहयोगियों के लिए कोई खतरा उत्पन्न नहीं किया, तो हम भी आक्रामक नहीं होंगे.
वेंडी ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि इस मामले में भारत और अमेरिका दोनों के विचार एक जैसे हैं. वेंडी आर शर्मन ने कोरोना वैक्सीन निर्यात करने के भारत सरकार के फैसले की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि उस वक्त पूरी दुनिया भारत पर निर्भर थी. जब विश्व को सबसे ज्यादा जरूरत थी, भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया. बाद में पूरी दुनिया ने मिलकर भारत की मदद की.
Posted By: Mithilesh Jha