आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने कमर कस ली है और अब उसने उत्तराखंड में अपना अभियान तेज करने पर जोर दिया है. उत्तराखंड कांग्रेस ने रविवार को यह जानकारी दी कि 18 दिसंबर से पार्टी बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, अवैध खनन और भ्रष्टाचार के ज्वलंत मुद्दों को लेकर जनता के बीच जायेगी और प्रदेश में आंदोलन चलायेगी.
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष गणेश गोदियाल तथा अन्य नेताओं से परामर्श करने के बाद यह तय किया गया है कि इन चारों ज्वलंत सवालों को लेकर 18 दिसंबर से अलग-अलग दिन पार्टी जनता के बीच जाएगी और आंदोलन करेगी.
उन्होंने कहा कि इन चारों चुनौतियों पर कांग्रेस विधानमंडल दल ने राज्य विधानसभा के शनिवार को संपन्न शीतकालीन सत्र के दौरान जो दवाब बनाया था, उसे पार्टी आगे बढ़ाएगी.
प्रदेश की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने राज्य में आंदोलनरत रहे विभिन्न कर्मचारी संगठनों की मांगें अनसुनी करने के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस उनकी समस्याओं का समाधान करेगी.
हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में जब कांग्रेस की सरकार बन जायेगी तो वह विभिन्न कर्मचारी संगठनों की मांगों को पूरा करने के लिए एक समिति गठित करेगी जो इन संगठनों से मिलकर उनकी समस्याएं जानेगी और उनका समाधान ढूंढेगी.
उन्होंने कहा कि पार्टी ने आंदोलनरत संगठनों की सूची भी तैयार कर ली है. इस प्रेस काॅन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि वह छात्रों को बांटे जाने वाले टैबलेट की खरीद और चिकित्सा उपकरणों की खरीद में भी घोटाला कर रही है.
गौरतलब है कि अगले साल जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है उसमें उत्तराखंड भी शामिल है. यही वजह है कि कांग्रेस यहा जोर लगा रही है. अभी प्रदेश में भाजपा की सरकार है और पुष्कर सिंह धामी यहां के मुख्यमंत्री हैं.