Waqf Bill: विपक्षी दलों के कई सदस्यों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसदीय समिति की बैठक का सोमवार को बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि समिति नियम-कानून के अनुसार काम नहीं कर रही है. सदस्यों ने आरोप लगाया कि कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग और कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पाडी, जिनकी प्रस्तुति अभी भी चल रही है वह वक्फ विधेयक के बारे में नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि अनवर कर्नाटक सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं, जो समिति के अनुरूप नहीं है और अस्वीकार्य हैं.
इन नेताओं ने किया बहिष्कार
कांग्रेस के गौरव गोगोई और इमरान मसूद, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के ए राजा, शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के मोहिबुल्लाह और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह जैसे विपक्षी सांसद बैठक से बाहर निकल गए और इसकी कार्यवाही को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं.
विपक्ष का आरोप, संयुक्त समिति नियमों के मुताबिक काम नहीं कर रही
अरविंद सावंत ने कहा कि विधेयक पर गौर कर रही संसद की संयुक्त समिति नियमों के मुताबिक काम नहीं कर रही है. उन्होंने और कुछ अन्य सांसदों ने आरोप लगाया कि समिति के समक्ष उपस्थित एक व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जैसे वरिष्ठ विपक्षी सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत आरोप लगाने की अनुमति दी गई. विपक्षी सदस्यों ने आगे की रणनीति तय करने के लिए बाद में एक अलग बैठक की, जिसमें से कुछ ने इस प्रकरण पर लोकसभा अध्यक्ष से संपर्क करने का सुझाव दिया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी कार्यवाही जारी रखी.