Weather Alert : मॉनसून का सीजन खत्म होने को है. इसके बाद ठंड का मौसम आएगा जिसको लेकर मौसम विभाग (आईएमडी)की ओर से अभी ही जानकारी दे दी गई है. विभाग ने कहा कि अक्टूबर के मध्य तक देश से पूरी तरह से मॉनसून विदा हो जाएगा और सर्दियों का मानसून लगभग उसी समय (17 अक्टूबर तक) दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीप में पहुंच जाएगा. उत्तर भारत, खासकर दिल्ली-एनसीआर और आसपास के मध्य क्षेत्र सहित उत्तर-पश्चिम भारत में इस साल ज्यादा सर्दी पड़ने की आशंका व्यक्त की गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि अक्टूबर-नवंबर के दौरान ला नीना की स्थिति बनने की उम्मीद है.
What is la Nina : ला नीना क्या होता है ?
पूर्वी प्रशांत महासागर क्षेत्र के सतह पर जब निम्न हवा का दबाव होता है तो इससे एक स्थिति बनती है. इसको ही ला नीना कहा जाता है. जब ये स्थिति बनती है तो समुद्री सतह का तापमान बहुत ही कम हो जाता है. इसका असर दुनियाभर के तापमान पर देखने को मिलता है. ला नीना के कारण औसत से ज्यादा बारिश और ज्यादा ठंड भी पड़ने की संभावना बढ़ जाती है.
Winter Alert : देश के किन राज्यों में इस साल पड़ेगी ज्यादा ठंड
आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने जानकारी दी कि अक्टूबर-नवंबर के दौरान ला नीना की स्थिति विकसित होने की 71% संभावना नजर आ रही है. जिस साल ला नीना होता है, उस वर्ष देश के उत्तरी भाग, विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम भारत और आसपास के मध्य क्षेत्र में तापमान सामान्य से कम (सामान्य से अधिक ठंडा) रिकॉर्ड किया जाता है. इसलिए, सर्दियों के महीनों के दौरान शीत लहर की स्थिति हो सकती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसकी गंभीरता का पता बाद में ही चलेगा क्योंकि ला नीना की स्थिति अभी भी कमजोर दिख रही है. मौसम विभाग को यह देखना होगा कि जनवरी या फरवरी में यह कितना मजबूत होगा. आईएमडी इसका अनुसरण करेगा और नवंबर में ही ज्यादा सटीक पूर्वानुमान दे पाएगा.
Rain Alert : इस साल क्यों हुई अधिक बारिश
मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस वर्ष अच्छी बारिश मुख्य रूप से अन्य कारकों की वजह से हुई. इनमें छह अवदाब, बंगाल की खाड़ी में 14 ‘निम्न दबाव प्रणालियां’ और अरब सागर में एक चक्रवाती तूफान ‘आसना’ शामिल हैं.
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