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अगले कुछ घंटे में झारखंड के इन इलाकों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी
अगले कुछ घंटों में झारखंड के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है. झारखंड के पूर्वी सिंहभूक, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला खरसावां में मौसम विभाग ने बारिश की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने कहा है कि इन जिलों में वज्रपात भी हो सकती है. लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गयी है.
बिहार में मानसून एक्टिव, पटना में भारी बारिश से सड़कें बेहाल
बिहार में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है. पटना में भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गये. शहरी क्षेत्र में लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं ठनका गिरने से बिहार में 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है.
पूरे भारत में सक्रिय हुआ मानसून
मानसून की बारिश अब पूरे देश में होने लगी है. साउथवेस्ट मानसून की वजह से आज राजस्थान के बाकी हिस्सों, पंजाब और हरियाणा में भी बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई इलाकों में शुक्रवार को बारिश होने का अनुमान लगाया है.
आंधी बारिश होगी शुरू
दिल्ली एनसीआर में हवा के साथ आंधी और बारिश शुरू हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली आंधी और तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान पूरे दिल्ली, पिलानी, झुंझुनू, चरखादरी, मट्टनहेल, झज्जर, महेंद्रगढ़, कोसली, रेवाड़ी, फारुखनगर, मानेसर, गुरुग्राम के अलग-अलग स्थानों पर और आसपास के क्षेत्रों में होगा.
उत्तर प्रदेश में मानसून अपने तेवर में
मौसम विभाग की मानें तो 29 जून तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार हैं. शुक्रवार को 15 मिमी जबकि शनिवार और रविवार को 30 मिमी से अधिक बारिश होने की संभावना जतायी गयी है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय है और मौसम भी अपने तेवर में है. गुरुवार को यहां भारी वर्षा और वज्रपात हुई, जिससे कुल 28 मौतें हो गई, कई घायल भी है. वज्रपात से झूलसे लोगों में देवरिया के नौ, प्रयागराज के पांच, अंबेडकरनगर व सिद्धार्थनगर में तीन-तीन, बाराबंकी में दो, वहीं, संतकबीरनगर, रायबरेली, कुशीनगर, फतेहपुर बलरामपुर और उन्नाव जैसे जिले में एक-एक मौत हुई है.
वज्रपात से बचने के लिए क्या करें क्या नहीं
वज्रपात से गुरुवार को हुए भारी नुकसान के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है. इनमें से कुछ सावधानियां वज्रपात के दौरान, उससे पहले और उसके बाद की हैं.
ठनका (वज्रपात) से बचाव हेतु क्या करें एवं क्या ना करें
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) June 26, 2020
आपदा प्रबंधन विभाग#BiharDisasterManagementDept#BiharStateDisasterManagementAuthority pic.twitter.com/YiTSAEWrmm
बिहार में ठनका का खतरा बरकरार
बिहार से लेकर राजस्थान तक ट्रफ लाइन बने होने के कारण इन क्षेत्रों में गर्म और ठंड हवाएं आपस में टकराती है. जिससे बिजली कड़कती है. यही कारण है कि गुरुवार को बिहार में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिला. यहां 83 लोगों की जान आकाशीय बिजली के गिरने से हो गई. मौसम विभाग की मानें तो 28 जून तक खतरा टला नहीं है. उत्तरी बिहार के अधिकतर हिस्सों में तेज बारिश के साथ वज्रपात होने की संभावना है.
देश में बना मौसमी सिस्टम
मानसून उत्तर भारत के कई हिस्सों में गुरुवार को पहुंचा. आज पूर्वोत्तर राज्यों, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल समेत मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ में मॉनसून के सक्रिय रहने की संभावना है. गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में मध्यम दर्जे की बारिश हुई. इधर, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और पाकिस्तान के मध्य हिस्सों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. जबकि उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र, राजस्थान से बिहार तक एक ट्रफ बनी हुई है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से सटे हिस्सों में एक सर्कुलेशन बना हुआ है. कर्नाटक व दक्षिणी गुजरात और इससे सटे भागों में भी तटों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.
Posted By: Sumit Kumar Verma