आगामी 5 दिसंबर को देश के कुछ राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मिचौंग नाम का यह चक्रवात कई राज्यों में परेशानी लेकर आने वाला है. बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश समेत कुछ दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है. साथ ही तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को संकेत दिए जा चुके है.
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात ‘मिचौंग’ के लिए राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों की तैयारियों की शुक्रवार को समीक्षा की.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक में सूचित किया गया कि मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने को कहा गया है, जबकि पर्याप्त संख्या में आश्रय स्थल, बिजली आपूर्ति, दवाइयां और आपात सेवाएं तैयार रखी जा रही हैं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पुडुचेरी के लिए 18 बचाव दल गठित किये हैं तथा 10 अतिरिक्त दलों को तैयार रखा गया है. तट रक्षक, थल सेना, नौसेना के राहत एवं बचाव दल जहाजों एवं विमानों के साथ तैयार रखे गये हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने एनसीएमसी को चक्रवात मिचौंग की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. दक्षिणपूर्व और इससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा के कम दबाव का क्षेत्र पिछले छह घंटों में 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा है.
शुक्रवार को इसी क्षेत्र में अक्षांश 9.5 डिग्री उत्तर एवं देशांतर 86.0 डिग्री पूर्व के पास केंद्रित रहा. यह स्थान पुडुचेरी से 730 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में, चेन्नई से 740 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में स्थित है.
चक्रवात के पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने, दो दिसंबर तक निम्न वायु दाब के गहरे क्षेत्र में और बंगाल की खाड़ी के ऊपर तीन दिसंबर के आसपास चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
आगे, यह उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा और दक्षिण आंध्र प्रदेश एवं उत्तर तमिलनाडु तट के निकट चार दिसंबर को पहुंचेगा. इसके बाद, यह पांच दिसंबर को नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे होगी.
केंद्रीय एजेंसियों और तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा एवं पुडुचेरी सरकारों की तैयारी की समीक्षा करते हुए, कैबिनेट सचिव ने कहा कि राज्य सरकारों के अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए.
कैबिनेट सचिव ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पुडुचेरी की सरकारों को आश्वस्त किया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं तथा उनकी सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी.