तमिलनाडु और केरल में भारी वर्षा होने के बाद अब चक्रवाती तूफान बुरेवी कमजोर पड़ रहा है. इसके साथ ही सात जिलों के लिए जारी रेड अलर्ट को भी वापस ले लिया गया है. हालांकि गुरूवार देर रात को आईएमडी ने 10 बुरेवी चक्रवात को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया था. हालांकि मौसम विभाग ने आज जारी किये गये अपने बुलेटिन में कहा है कि चक्रवाती तूफान बुरेवी के कारण अज केरल में भूस्खलन और भारी बारिश हो सकती है.
अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी. तमिलनाडु के अंदरूनी हिस्सों और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. हालांकि चक्रवात बुरेवी का असर कम हो रहा है. दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश और बौछार की आशका मौसम विभाग ने जतायी है. जबकि पश्चिमी हिमालय पर हल्की से म्ध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना मौसम विभाग जताया है.
केरल और तमिलनाडु में हुई भारी बारिश के बाद जलजमाव के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. भारी वर्षा के बाद रामेश्वरम के विभिन्न हिस्सों में गंभीर जलभराव हो गयी है.स्काइमेट वेदर के मुताबिक एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू और कश्मीर पर है. इसके कारण पहाड़ों पर असर हो सकता है. जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है.
वहीं दिल्ली एनसीआआर समेत उत्तरी भारत में ठंड से थोड़ी राहत जरूर मिल रही है. इधर राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में धुंध छाई हुई है. इधर एक सप्ताह से तापमान सात 7 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गया पारा अब 10 डिग्री के ऊपर चल रहा है. आज सुबह भी पारा 10 डिग्री सेल्सियस के पार रहा. हालांकि अगले 10 दिसंबर तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है. इसके बाद कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ रही और जल्द ही किसी बड़े बदलाव का अनुमान नहीं है. सुबह नौ बजे यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 364 रहा. विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा. आईएमडी अधिकारियों के अनुसार इस मौसम में न्यूनतम तापामन अधिकतर दिन बादल नहीं रहने के कारण सामान्य से दो-तीन डिग्री कम ही रहा. कश्मीर में वर्षा हुई और वहां ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात हुआ. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ से जम्मू कश्मीर में 10 दिसंबर तक मौसम पर असर पड़ सकता है तथा घाटी के पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है
Posted By: Pawan Singh