Maha Kumbh Stampede: मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर हुई भगदड़ पर राजनीति थमने नाम का नहीं ले रहा है. लोकसभा में समाजावादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर ठीक से व्यवस्था न करने और मौत का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया. वहीं, अब सपा मुखिया के बयान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा पलटवार किया है. मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक तरफ सनातन धर्म के इस सबसे बड़े आयोजन का साक्षी बनकर देश और दुनिया गौरव की अनुभूति कर रही है तो वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेकर षड्यंत्र करने वाले तत्वों द्वारा लगातार शरारत पर शरारत करते हुए झूठ और असत्य के नित्य नए प्रतिमान गढ़े जा रहे हैं.
29 जनवरी के षड्यंत्रकारियों को बेनकाब करेंगे: CM
सीएम योगी ने कहा कि बसंत पंचमी का अमृत स्नान हुआ. 12 को माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि होगी. देश-दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु लगातार आना चाहते हैं. भूटान के नरेश भी अनेक लोगों के साथ आयोजन में सहभागी बने. पूरी दुनिया आ रही है, लेकिन सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेने वाले दल षड्यंत्र करने में लिप्त हैं. इनका षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा. हम 29 जनवरी के हादसे की तह में जाएंगे और षड्यंत्रकारियों को बेनकाब करेंगे.
कोई गलत आंकड़ा नहीं दिए गया: CM
सीएम योगी ने कहा कि यह कहना कि कोई आंकड़े नहीं दिए गए, गलत है. प्रशासन ने भी आंकड़े दिए और मैंने भी उन्हें सबके सामने रखा. घटना दुखद थी. इससे हर कोई दुखी था. मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस ने मिलकर क्विक रिस्पांस से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया. उस दिन करोड़ों लोग प्रयागराज में थे. सनातन धर्म विरोधी और यह दोनों दल चाहते थे कि बड़ा हादसा हो जाए. हमारी पहली प्राथमिकता थी कि किसी भी स्थिति में जीरो हादसे तक लेकर जाएं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से यह घटना घटित हुई. प्रशासन व संबंधित संस्थाओं ने क्विक रिस्पांस से कार्य किया और उन्हें हॉस्पिटलाइज किया. इसमें कुछ लोग हादसे का शिकार हुए, यह दुखद है.
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