Winter Session of Parliament: 18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्र कल यानी 25 नवंबर (सोमवार) से शुरू होने वाला है. शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार है. सत्र शुरू होने के एक दिन पहले रविवार को सभी दलों की बैठक हुई. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से बुलाई गई बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, शिवसेना, बीजू जनता दल समेत कई और दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार ने सभी दलों से संसद का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने की अपील की है.
अदाणी समेत इन मुद्दों पर गरमा सकता है सदन
शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है. विपक्ष ने पहले से ही हंगामा करने की तैयारी कर कर ली है. विपक्षी दलों ने मुद्दों की लंबी फेहरिस्त तैयार कर ली है. अदाणी, महंगाई समेत कई मुद्दे को विपक्ष शीतकालीन सत्र में उठा सकते हैं. इसी कड़ी में अदाणी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा कराने की विपक्षी दलों की मांग के बीच सरकार ने कहा कि दोनों सदनों की कार्य मंत्रणा समितियां शीतकालीन सत्र में चर्चा के लिए मामलों पर निर्णय करेंगी. वहीं सरकार ने दलों से संसद का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने की अपील भी की.
इन मुद्दों पर जोरदार हंगामा के आसार
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने बैठक में कहा कि पार्टी अदाणी मामले के साथ-साथ विपक्ष मणिपुर में जातीय संघर्ष पर भी चर्चा चाहती है. उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन जातीय हिंसा के बावजूद सरकार को मणिपुर के मुख्यमंत्री पर भरोसा है. विपक्षी दल ने उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है.
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक
संसद का शीतकालीन सत्र कल से शुरू हो रहा है. इससे एक दिन पहले रविवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया. बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश और गौरव गोगोई के अलावा टी शिवा, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल भी शामिल हुईं. बता दें, संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 20 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र के लिए वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयक सूचीबद्ध किए गए हैं.