भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनियाभर में लैंगिक समानता और समावेशी शासन का एक शक्तिशाली संदेश दिया है.
लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने संबंधी संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023’ को राज्यसभा ने मंजूरी दे दी. सदन में मौजूद सभी 214 सांसदों ने इसके पक्ष में मतदान किया. इसके साथ ही इस विधेयक को संसद की मंजूरी मिल गई. लोकसभा ने बुधवार को ही इसे पारित किया था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जहां चाह, वहीं राह.’’ उन्होंने कहा कि समान शासन के पथ पर आज एक ‘ऐतिहासिक मील का पत्थर’ हासिल किया गया क्योंकि राज्यसभा ने महिला आरक्षण विधेयक पारित कर दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘काफी अरसे से लंबित इस मांग को पूरा करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया भर में लैंगिक समानता और समावेशी शासन का एक शक्तिशाली संदेश भेजा है. प्रधानमंत्री मोदी का हृदय से आभार और हर नागरिक को बधाई.’’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि नए संसद भवन के लिए इससे बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती थी!
उन्होंने कहा, ‘‘आज, एक राष्ट्र के रूप में, हमने महिला सशक्तीकरण के एक नए युग में प्रवेश किया है. संसद के दोनों सदनों द्वारा ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ के पारित होने के साथ, हम अपनी महिलाओं को लंबित अधिकार प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़े हैं.’’
नड्डा ने कहा कि नारी शक्ति ने पहले ही जीवन के सभी क्षेत्रों में अपनी क्षमता साबित कर दी है, और अब यह जरूरी है कि वे कानून बनाने की प्रक्रियाओं में भी भाग लें और ‘अमृत काल’ (आजादी के 75 से 100 साल तक का सफर) में हमारे राष्ट्र के विकास में योगदान दें.
उन्होंने कहा, ‘‘यह विधेयक न केवल विधायिका में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाएगा, बल्कि हमारी सभी महिलाओं को आत्मनिर्भर भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगा. मैं तहे दिल से माननीय प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं.’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘राज्यसभा में आज महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने से भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में नया और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है. महिला सशक्तीकरण को नई ऊर्जा और उड़ान देने वाले इस कदम के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन करता हूं.
उन्होंने कहा कि यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है कि यह विधेयक संसद के दोनों सदनों में पारित हो गया है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत की 140 करोड़ जनता को बहुत बधाई.’’ केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा इसे विधेयक के पारित होने से देश में नारी शक्ति की एक नयी शुरुआत हुई है.
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के महाकाव्य में एक नया अध्याय! भारतीय संसद के दोनों सदनों के माध्यम से नारी शक्ति वंदन विधेयक का पारित होना एक महत्वपूर्ण अवसर है जो समय से परे है. सभी 140 करोड़ भारतीयों का इंतजार खत्म हुआ. यह ऐतिहासिक कदम राजनीति में महिलाओं को सशक्त बनाने का वादा करता है, जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.’’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष ने विधेयक पारित होने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, ”अगर इच्छाशक्ति है तो रास्ता भी है.’’ उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-बार साबित किया है, चाहे वह जनधन खाते हों, शौचालय हों, गति शक्ति हो, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना हो या अब महिला आरक्षण विधेयक हो.’’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने विधेयक के पारित होने को ‘ऐतिहासिक क्षण’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं का एक तिहाई प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया.