WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में किसान संगठन ने बड़ा फैसला किया है. दरअसल, 4 जून को किसान संगठन पहलवानों को अपना समर्थन देते हुए महापंचायत करेंगे. इस महापंचायत में आरएलडी चीफ जयंत चौधरी, मेघालय के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी जैसे बड़े नेता शामिल होंगे. नेताओं के अलावा बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ खड़े देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत धरने पर बैठे अन्य पहलवान भी महापंचायत में हिस्सा लेंगे. यह किसान महापंचायत चार जून को सोनीपत के मुंडलाना में आयोजित की जाएगी.
वहीं सोनीपत में होने वाले इस किसान महापंचायत पर के बारे में बताते हुए किसान नेता वीरेंद्र पहल ने कहा कि यह दो विचारधाराओं क बीच टकराव है. ये हमसब के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहलवावों को अपना मेडल गंगा में प्रवाहित करने का बड़ा फैसला किया और इसके लिए आगे बढ़े. हम किसानों के आन-बान-शा पर कोई दिक्कत नहीं आने देंगे. महापंचायत में हम आर-पार की लड़ाई पर फैसला करेंगे.
महापंचायत को लेकर आगे बताया गया कि इसमें सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले हर वर्ग के लोग शामिल होंगे. हम पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए अपने सिर कटवाने तक के लिए तैयार हैं. 28 मई को जो भी हुआ वह पूरे देश ने देखा है.
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अब वैश्विक शासी निकाय यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) का समर्थन मिला है. UWW ने पहलवानों को हिरासत में लिये जाने की निंदा की है. साथ भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव 45 दिनों के अंदर कराने का निर्देश दिया है. चुनाव नहीं होने पर UWW ने भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित करने की धमकी भी दी है.
Also Read: MS Dhoni के फिटनेस पर आया बड़ा अपडेट, जानिए कहां कराएंगे अपने घुटने का इलाज
एएनआई से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के सोर्स ने कहा हमें अबतक बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं.’ 15 दिनों के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे. यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट के रूप में हो सकता है. पहलवानों के दावे को साबित करने के लिए कोई सहायक सबूत नहीं है.