Delhi-Pune Flight: गुरूवार को दिल्ली-पुणे फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली थी. इस सूचना की वजह से काफी खलबली मच गयी थी और फ्लाइट को भी रोक के रख दिया गया गया था. फ्लाइट को रोकने के बाद सभी यात्रियों और फ्लाइट की अच्छी तरह से जांच की गयी लेकिन, पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. बाद में बम को खबर को फर्जी बताया गया. बता दें पुलिस ने उस फर्जी बम की जानकारी देने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है और साथ ही ऐसा करने के पीछे उसके मकसद का भी पता लगा लिया है.
राष्ट्रीय राजधानी के आईजीआई हवाई अड्डे (IGI Airport) पर स्पाइसजेट की दिल्ली-पुणे उड़ान में बम होने की झूठी कॉल करने के आरोप में ब्रिटिश एयरवेज के 24 वर्षीय ट्रेनी टिकटिंग एजेंट को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आज यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी ने यह कॉल इसलिए किया ताकि उसके बचपन के मित्र अपनी महिला मित्रों के साथ अधिक वक्त गुजार सकें, जो पुणे जा रही थीं.
पुलिस के अनुसार आरोपी की पहचान अभिनव प्रकाश के तौर पर की गई है और वह राष्ट्रीय राजधानी के द्वारका सेक्टर 22 का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि प्रकाश की गिरफ्तारी की बात सुन कर उसके दोनों दोस्त फरार हो गए. गौरतलब है कि कल एसजी-8938 विमान में बम होने की सूचना स्पाइसजेट कॉल सेंटर को मिली. पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह सूचना सीआईएसएफ नियंत्रण कक्ष को दी गई और बाद में इसकी सूचना आईजीआई हवाई अड्डा पुलिस थाने को दी गई. उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
पुलिस उपायुक्त (हवाई अड्डा) रवि कुमार सिंह ने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस नंबर से कॉल आया था वह प्रकाश का था, जिसके बाद प्रकाश को गिरफ्तार किया गया. सिंह ने बताया कि प्रकाश ने पूछताछ में बताया कि उसके बचपन के दोस्त राकेश तथा कुणाल सेहरावत हाल में मनाली गए थे और वहां उनकी दो महिलाओं से मित्रता हो गई. दोनों महिलाएं उड़ान संख्या एसजी-8938 से कल पुणे जा रही थीं. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि प्रकाश के मित्रों ने उससे कहा कि वे अपनी मित्रों के साथ कुछ और वक्त बिताना चाहते हैं, साथ ही उन्होंने उड़ान में देरी कराने के लिए कोई योजना बनाने को कहा. सिंह ने कहा कि तीनों ने उड़ान रद्द कराने के लिए स्पाइसजेट एयरलाइंस के कॉल सेंटर में बम की फर्जी कॉल करने की योजना बनाई. प्रकाश ने कस्टमर केयर को फोन किया और कहा- उड़ान संख्या एसजी-8938 में बम है. जब स्पाइसजेट के कर्मचारियों ने उसे फोन किया तो उसने उनका फोन उठाना बंद कर दिया.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने विमान में सवार महिलाओं से संपर्क किया और उन्हें यह पता चला कि उड़ान में देरी है या उसे रोक दिया गया है तो उन्होंने अपनी योजना सफल होने का जश्न मनाया. पुलिस ने कहा कि जब सहरावत और राकेश को प्रकाश की गिरफ्तारी की खबर मिली तो वे भाग गए, उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रकाश गुरुग्राम के डीएलएफ कुतुब प्लाजा में ब्रिटिश एयरवेज टिकटिंग सेंटर में ट्रेनी है. (भाषा इनपुट के साथ)