पलामू: 70 के दशक में पलामू में बनी सत्यजीत रे की बांग्ला फिल्म अरोन्नेर दिन रात्रि को ऑस्कर में दिखाए जाने के बाद दूसरी बार ऐसा होने जा रहा है कि पलामू की हसीन वादियों की झलक विदेशों में दिखेगी. धनबाद की कोयला खदान व इसके आसपास के इलाके भी दिखेंगे. मौका होगा दुनियाभर के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवलों में से एक लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल का. यह फिल्म फेस्टिवल आगामी दो से 12 अगस्त तक स्विट्जरलैंड में होगा. इस फिल्म में झारखंड के वरीय रंगकर्मी और छायाकार सैकत चटर्जी भी एक कलाकार के रूप में दिखेंगे.
फिल्म का नाम व्हिस्पर ऑफ़ फायर एंड वाटर है
लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में दिखायी जाने वाली फिल्म का नाम व्हिस्पर ऑफ़ फायर एंड वाटर है. फिल्म के निर्देशक युवा फ़िल्मकार लुद्धक चटर्जी हैं. निर्देशक के रूप में यह श्री चटर्जी की पहली फिल्म है, जिसे इतने बड़े फेस्टिवल में देश का प्रतिनिधत्व करने का मौका मिला. श्री चटर्जी एक बेहतरीन एडिटर भी हैं. अपनी पहली ही निर्देशकीय फिल्म में एक कठिन विषय का चुनाव कर उन्होंने सबको चौंकाया था. अब इस फिल्म का चुनाव लोकार्नो जैसी प्रतिष्ठित फेस्टिवल में होने से फ़िल्मी गलियारे में इसे लेकर चर्चा होने लगी है.
यह नहीं है एक सामान्य फिल्म
निर्देशक श्री चटर्जी ने बताया कि यह एक सामान्य फिल्म नहीं है, इस फिल्म में जहां एक ओर इसके कलात्मक पक्ष को उकेरा गया है, वहीं सृजनात्मक और तकनीकी पक्षों पर भी ध्यान दिया गया है. इसकी कहानी एक ऐसे युवा के इर्द गिर्द घूमती है, जो ब्रह्मांड में पाए जाने वाले शब्दों की खोज में भटक रहा है. इस फिल्म को झारखंड के धनबाद और पलामू में फिल्माया गया है. इस फिल्म में पलामू टाइगर रिज़र्व के जंगलों को भी शानदार ढंग से दिखाया गया है. फिल्म की भाषा हिंदी व बांग्ला है.
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बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों के साथ दिखेंगे झारखंड के सैकत
फिल्म के हीरो बंगाल की कला फिल्मों के जाने-माने अभिनेता साग्निक मुख़र्जी हैं. इनके साथ बंगाल की फिल्म इंडस्ट्री के स्थापित अभिनेता दीपक हालदार, अमित साहा, रोहिणी चटर्जी आदि नजर आएंगे. इनके साथ इस फिल्म में झारखंड के वरीय रंगकर्मी व छायाकार सैकत चटर्जी एक अहम भूमिका निभाते दिखेंगे. धनबाद के रोहित कुमार भी इस फिल्म में एक किरदार निभा रहे हैं. पलामू के मासूम आर्ट ग्रुप के अमर कुमार भांजा व राहुल कुमार इस फिल्म की तकनीकी टीम के हिस्सा रहे हैं.
पलामू में फिर से फिल्म बनाने की इच्छा है
निर्देशक लुद्धक चटर्जी ने कहा कि पलामू में आउटडोर फिल्म निर्माण की काफी संभावनाएं हैं. आगामी फिल्म को भी पलामू में फिल्माने के लिए योजना बनायी जा रही है. यहां की वादियों में एक स्वाभाविक सिनेमेटिक लेंगुएज है. फिल्म के कलाकार सैकत चटर्जी ने कहा कि उनकी फ़िल्मी सफर कई कारणों से देर से शुरू हुई है पर अब पलामू का नाम फ़िल्मी जगत में स्थापित करना उनका लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि बरसात के बाद एक साथ पलामू में मुंबई व कोलकाता की तीन फिल्म व वेब सीरीज की शूटिंग होगी. जिसमें स्थानीय कलाकार भी काम करेंगे.
तकनीकी टीम ने किया शानदार काम
निर्देशक श्री चटर्जी ने कहा कि उनकी तकनीकी टीम ने काफी शानदार काम किया है, जिसके परिणाम स्वरूप फिल्म काफी अच्छी बनी है. फिल्म को लिटल लेम्ब फिल्म्स व नीव आर्ट्स मूवीज़ के बैनर तले बनाया गया है. डीओपी केनेथ साइरस, एडिटर अर्जुन गौरीसरिया, म्यूजिक डिजाइनर रोहन बोस, संवाद लेखन लुद्धक चटर्जी व मोनालिसा मुख़र्जी, साउंड डिजाइनर सौगता मुख़र्जी हैं. पलामू व धनबाद में शूटिंग को कराने में लाइन प्रोड्यूसर सौमेन मंडल का काफी अहम योगदान रहा.