छतरपुर, पलामू : छतरपुर थाना के लरमी गांव की आदिवासी महिला रीता देवी ने गांव के ही चार भाइयों उपेन्द्र सिंह, संजय सिंह, दिलीप सिंह व राहुल सिंह के विरुद्ध जान से मारने की कोशिश, जमीन पर घसीटते हुए कपड़ा फाड़ कर निर्वस्त्र कर पीटते हुए हाथ तोड़ने और बुरी तरह घायल कर देने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने प्रभात खबर संवाददाता से बात करते हुए जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बताया कि उक्त आरोपियों के विरुद्ध पलामू एसपी को उसके द्वारा आवेदन भेजा है.
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साथ ही छतरपुर थाना में चारों आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करायी गयी है. जिसमें कथित चारों आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए जान माल की सुरक्षा की गुहार लगायी है. रीता ने बताया कि उसके पति कर्नाटक में मजदूरी का काम करते हैं. गांव में वह बूढ़ी सास-ससुर, दो ननद व अपने दोनों बच्चों संग रहती है.
परिवार का भरण पोषण करने के लिए पिंडराही स्थित अपने ननिहाल फसल काटने आयी थी, उसी दौरान उक्त आरोपियों के द्वारा गांव में अफवाह फैलाकर मुझ पर किसी युवक के साथ भाग जाने का लांछन लगाया गया. मैं जब इस संबंध में उनके घर जाकर इस बाबत पूछने लगी तो उन चारों भाइयों के द्वारा मुझे निर्वस्त्र कर जान से मारने का प्रयास किया गया. गांव के एक सज्जन व्यक्ति ने मेरी जान बचायी.
रीता ने बताया कि उन चार दबंग व्यक्तियों के द्वारा गांव लौटने पर जान से मारने की धमकी दी गयी, जिसके बाद डर से वह अपनी बूढ़ी सास, ननद व बच्चों संग पिंडराही स्थित अपने ननिहाल में शरण ली हुई है. थाना प्रभारी वासुदेव मुंडा ने कहा कि रीता के आवेदन के आलोक में मुकदमा दर्ज कर अग्रतर कर्रवाई के लिए जांच की जा रही है.