कोरोना महामारी से बचने के लिए ग्रीन जोन में शुमार गुमला जिले में कई प्रयोग हुए हैं. इसके तहत ऑटोमेटिक सेनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन, होममेड करेंसी सेनिटाइजिंग मशीन व फोर लेयर मास्क का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी प्रशंसा की है. गुमला से पढ़िये दुर्जय पासवान की रिपोर्ट.
पांच दोस्तों ने बनाया ऑटोमेटिक सेनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन
गुमला के ब्रोकन विंग्स के पांच दोस्तों गगन फोगला, आयुष काबरा, राहुल गोयल, उमंग फोगला व रोशन खंडेलवाल ने ऑटोमेटिक सेनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन बनायी है. इसकी लागत मात्र नौ सौ रुपये है. मशीन के बटन पर प्रेशर देने से ऑटोमेटिक सेनिटाइजर काम करना शुरू कर देता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इनकी प्रशंसा की है. रांची में भी यह मशीन बनायी गयी है.
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छात्र आर्यन ने बनायी होममेड करेंसी सेनिटाइजिंग मशीन
गुमला के व्यवसायी शिशिर गुप्ता के पुत्र अर्चित आर्यन ने होममेड करेंसी सेनिटाइजिंग मशीन बनायी है. जिला प्रशासन गुमला के हेल्पिंग हैंड्स इनिशिएटिव के तहत गुमला के छात्र अर्चित आर्यन (10 वर्षीय) ने होममेड मशीन बनायी है. इसकी लागत 1500 रूपये है. एक मोटर, नोटों को सेनिटाइज करने के लिए सेनिटाइजर तथा रोलर से मशीन बनायी गयी है.
प्रशिक्षु आइएएस ने बनाया फोर लेयर मास्क
गुमला के प्रशिक्षु आइएएस मनीष कुमार ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए फोर लेयर फेस मास्क बनाया है. इसकी कीमत मात्र 40 रुपये है. यह चेहरे के लिए आरामदायक भी है. इससे चेहरे के साथ-साथ बालों को भी ढंक सकते हैं.