समीर रंजन
झारखंड में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर 194 रुपये हो गयी है. यह मजदूरी अकुशल हस्त कर्मकारों के लिए निर्धारित हुई है. वित्तीय वर्ष 2019-20 में राज्य के मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर 171 रुपये थी, जो इस वित्तीय वर्ष 2020-21 में 194 रुपये हो गयी है. इस तरह से पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में राज्य के मनरेगा मजदूरों की दर में 23 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसकी अधिसूचना जारी की है. यह बढ़ोतरी एक अप्रैल, 2020 से प्रभावी होगी. राज्य में अकुशल मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर 274 रुपये प्रतिदिन है.
34.72 लाख मनरेगा मजदूर
राज्य में सक्रिय मनरेगा मजदूरों की संख्या 34 लाख 72 हजार है. पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर 23 रुपये बढ़कर 194 रुपये हो गयी है.
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पिछले दो वित्तीय वर्ष में एक रुपये की दर से ही बढ़ा भत्ता
झारखंड में वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में मनरेगा मजदूरी दर एक रुपया के हिसाब से बढ़ी है, जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 में मात्र तीन रुपये ही बढ़ी थी. हालांकि, देशभर के मनरेगा के आंकड़ों के मुताबिक सालाना 10 रुपये दैनिक भत्ता बढ़ता है.
देशभर के मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर
राज्य/संघ राज्य क्षेत्र प्रतिदिन मजदूरी दर (रुपये में)
आंध्र प्रदेश 237
अरुणाचल प्रदेश 205
असम 213
बिहार 194
छत्तीसगढ़ 190
गोवा 280
गुजरात 224
हरियाणा 309
हिमाचल प्रदेश 198 (गैर अनुसूचित क्षेत्र)
248 (अनुसूचित जनजाति क्षेत्र)
जम्मू-कश्मीर 204
लद्दाख 204
झारखंड 194
कर्नाटक 275
केरल 291
मध्य प्रदेश 190
महाराष्ट्र 238
मणिपुर 238
मेघालय 203
मिजोरम 225
नागालैंड 205
ओड़िशा 207
पंजाब 263
राजस्थान 220
सिक्किम 308
तमिलनाडु 256
तेलंगाना 237
त्रिपुरा 205
उत्तर प्रदेश 201
उत्तराखंड 201
पश्चिम बंगाल 204
अंडमान-निकोबार 267 (अंडमान)
282 (निकोबार)
दादर और नागर हवेली 258
दमन और दीव 227
लक्षद्वीप 266
पुडुचेरी 256
बढ़ोतरी सही, पर अन्य राज्यों की तुलना में कम : सिद्धार्थ त्रिपाठी
झारखंड के मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बढ़ी है, लेकिन अन्य राज्यों की तुलना में यह कम है. सरकार की कोशिश है कि मनरेगा मजदूरों को राज्य की न्यूनतम मजदूरी दर मिले, ताकि उन्हें भरण-पोषण में परेशानी न हो. मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर इस वर्ष 194 रुपये हुई है, जबकि राज्य में न्यूनतम मजदूरी दर 274 रुपये है. इसी गैप को भरने की सरकार कोशिश कर रही है.
मनरेगा मजदूरों को भी मिले न्यूनतम मजदूरी : जेम्स हेरेंज
पिछले तीन वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी दर में कुछ हद तक इजाफा हुआ है, लेकिन मनरेगा मजदूरों के हक के लिए संघर्ष करनेवाली संस्था झारखंड नरेगा वॉच इस बढ़ोतरी से संतुष्ट नहीं है. झारखंड नरेगा वॉच के जेम्स हेरेंज कहते हैं कि भले ही पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में यह बढ़ोतरी कुछ अधिक हुई है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. अब भी मनरेगा मजदूरों को राज्य की न्यूनतम मजदूरी दर से काफी कम मिल रहा है.